चेहरे पर बड़ी सी स्माइल के साथ फिर मिले नीतीश और तेजस्वी, वायरल फोटो ने बढ़ाई सियासी हलचल
तेजस्वी यादव और नीतीश बाबू की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. जिससे राजनीतिक में चर्चा शुरू हो गई है. पहले लालू यादव का ऑफर फिर तेजस्वी से मुलाकात लोग सोच रहे हैं कहीं ये दोबारा दोस्ती का संकेत तो नहीं. नीतीश ने बड़े ही गर्मजोशी से तेजस्वी के कंधे को थपथपाते हुए मुस्कुराते दिखे.

Nitish Kumar & Tejashwi Yadav: बिहार में इन आरजेडी और जेडीयू नेताओं लेकर चर्चा तेज हो गई है. हाल में लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पार्टी में वापस आने का ऑफर दिया था. इस बीच तेजस्वी यादव और नीतीश बाबू की एक फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. जिससे राजनीतिक में चर्चा शुरू हो गई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण की फोटो सामने आई है. जिसमें तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार एक-दूसरे को नमस्कार किया. फिर सीएम नीतीश मुस्कुरा कर उन्हें आशीर्वाद दे रहे हैं. यह फोटो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है.
फोटो से राजनीतिक हलचल तेज
तेजस्वी और नीतीश की फोटो सामने आने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. पहले लालू यादव का ऑफर फिर तेजस्वी से मुलाकात लोग सोच रहे हैं कहीं ये दोबारा दोस्ती का संकेत तो नहीं. नीतीश ने बड़े ही गर्मजोशी से तेजस्वी के कंधे को थपथपाते हुए मुस्कुराते दिखे. वहीं तेजस्वी ने भी सिर झुकाकर चाचा नीतीश का अभिवादन किया. इस मुलाकात से सियासी बयानबाजी तेज हो हई है.
लालू यादव ने दिया था ऑफर
लालू यादव ने नीतीश कुमार को दोबारा हाथ मिलाने का ऑफर दिया था. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के लिए अपने "दरवाजे खुले" रखे हैं. उन्हें भी अपने दरवाजे खोल देने चाहिए. इससे दोनों तरफ के लोगों की आवाजाही में सुविधा होगी." उन्होंने कहा कि हमने नीतीश कुमार को माफ कर दिया है. अब हम लोगों के साथ आना चाहिए. वहीं नीतीश कुमार ने इस ऑफर के जवाब में गुरुवार को मीडिया से कहा कि वह क्या बोल रहे हैं छोड़िए ना.
तेजस्वी यादव का बयान
हाल ही में तेजस्वी यादव ने एक बड़ा दावा किया था. उन्होंने कहा था कि नए साल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार की विदाई तय है. बिहार में नई फसल और नई सरकार दिखेगी. जो लोगों की पढ़ाई, कमाई, दवाई, सुनवाई और कार्रवाई की सरकार की जरूरतों के प्रति संवेदनशील होगी. उनके इस बयान से सियासी पारा हाई हो गया था. अब देखना यह होगा की 2025 के चुनाव में बिहार की जनता किसको जीत दिलाती है. कौन सी पार्टी इसके साथ गठबंधन करती नजर आती है.