कोरोना में लोगों की मदद, फिर बिहार की सड़कें की दुरुस्त, जानें कौन हैं प्रत्यय अमृत जो बने बिहार के नए मुख्य सचिव
प्रत्यय अमृत को बिहार का नया मुख्य सचिव चुना गया है. प्रत्यय एक ऐसे आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया और बिहार को एक नया रूप दिया. बेहतरीन सड़कों से लेकर गांव रोशन करने का श्रेय प्रत्यय को ही जाता है.
बिहार की नौकरशाही में एक नई करवट ली गई है. जिन अधिकारी की पहचान बिहार को बेहतर सड़कों और घर-घर बिजली से जोड़ने वाले के रूप में हुई, वही प्रत्यय अमृत अब 1 सितंबर 2025 से बिहार के नए मुख्य सचिव बनेंगे. सोमवार को जारी एक आधिकारिक अधिसूचना ने यह ऐलान किया. वे अमृत लाल मीणा की जगह लेंगे, जो 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं.
यह नियुक्ति केवल एक प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि एक भरोसे की मोहर है. विश्वास उस अफसर पर जिसने हर चुनौती को अवसर में बदला और अपने काम से प्रशासनिक सेवाओं में एक मिसाल कायम की. ऐसे में चलिए जानते हैं कौन हैं प्रत्यय अमृत.
कौन है प्रत्यय अमृत?
प्रत्यय अमृत को लोग सिर्फ एक अफसर नहीं, बल्कि बिहार के बुनियादी ढांचे का शिल्पकार मानते हैं. जब उन्होंने सड़क निर्माण विभाग के सचिव के तौर पर काम संभाला, तो बिहार की सड़कों का नक्शा बदलना शुरू हुआ. गंगा पथ हो या एम्स-दीघा फ्लाईओवर, उनकी लीडरशिप में ये प्रोजेक्ट पूरे हुए.
हर गांव किया रोशन
2015 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले, जब बिहार में हर गांव तक बिजली पहुंचाना एक सपना माना जाता था, प्रत्यय अमृत ने उसे हकीकत में बदला. ऊर्जा विभाग के सचिव रहते हुए उन्होंने इस मिशन को युद्धस्तर पर चलाया. नतीजा यह हुआ कि बिजली अब केवल शहरों तक सीमित नहीं रही, बल्कि गांव-गांव पहुंची. उनके काम करने का तरीका हमेशा साफ, ईमानदार और लोगों की भलाई को सबसे पहले रखने वाला रहा है.
प्रधानमंत्री पुरस्कार पाने वाले इकलौते IAS अधिकारी
2011 में जब सरकार ने प्रशासन में अच्छे काम के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार देने की घोषणा की, तो प्रत्यय अमृत अकेले ऐसे IAS अधिकारी थे जिन्हें यह सम्मान व्यक्तिगत तौर पर मिला. यह दिखाता है कि वे प्रशासन में बहुत अच्छे हैं और लोगों की सेवा के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं.
कोरोना संकट में लीडरशिप की मिसाल बने
2021 की बात है. कोविड-19 की दूसरी लहर देशभर में कहर मचा रही थी. बिहार भी अछूता नहीं था. ऐसे समय में प्रत्यय अमृत ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव की जिम्मेदारी संभाली और स्थिति को काबू में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. अस्पतालों की व्यवस्था, ऑक्सीजन सप्लाई और वैक्सीनेशन कैंपेन हर मोर्चे पर वे खुद मैदान में उतरे.





