Begin typing your search...

बिहार में आई Russian... विदेशी बहू पाकर घर वाले बोले- बन गई इंडिया- रूस की जोड़ी- Video

बिहार के कटिहार में डॉक्टर अनुभव शाश्वत ने रूस की अनस्तासिया से पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों से विवाह रचाया, जिसने लोगों का दिल जीत लिया. दोनों की मुलाकात 2020 में रूस में हुई थी और पांच साल के प्रेम संबंध के बाद दुर्गा मंदिर में सात फेरे लिए गए.

बिहार में आई Russian... विदेशी बहू पाकर घर वाले बोले- बन गई इंडिया- रूस की जोड़ी- Video
X
( Image Source:  Social Media )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 9 July 2025 5:31 PM IST

बिहार के कटिहार जिले से एक दिल छू लेने वाली प्रेम कहानी सामने आई है, जिसने न सिर्फ लोगों का ध्यान खींचा है बल्कि भारतीय संस्कृति की खूबसूरती को भी एक बार फिर उजागर किया है. कटिहार निवासी डॉक्टर अनुभव शाश्वत ने रूस की रहने वाली अनस्तासिया से हिंदू रीति-रिवाजों के साथ शादी रचाई. दुर्गा मंदिर में पारंपरिक विधि-विधान के साथ हुई इस शादी ने मोहल्ले के लोगों को भी भावुक कर दिया.

विदेशी दुल्हन अनस्तासिया ने न केवल भारतीय परंपरा को अपनाया, बल्कि अपनी सादगी और विनम्रता से हर किसी का दिल जीत लिया. उनकी भारतीय संस्कृति के प्रति आस्था और सम्मान ने पूरे परिवार और समाज को प्रभावित किया.

पांच साल पुराना है यह प्यार

डॉ. अनुभव शाश्वत साल 2017 में मेडिकल की पढ़ाई के लिए रूस गए थे. वहीं 2020 में, कोरोना काल के दौरान उनकी मुलाकात अनस्तासिया से हुई. शुरुआती दोस्ती धीरे-धीरे गहराई और पांच वर्षों के प्रेम प्रसंग के बाद दोनों ने विवाह का फैसला लिया.

परिवार को मनाना पड़ा था मुश्किल

अनुभव ने बताया कि इस रिश्ते तक पहुंचने का रास्ता आसान नहीं था. उन्होंने सबसे पहले अपने माता-पिता को समझाया, फिर अनस्तासिया को भारतीय परंपराओं से परिचित कराने के लिए भारत बुलाया. दिल्ली में अनस्तासिया ने रहन-सहन, संस्कृति और संस्कारों को करीब से समझा.

दुर्गा मंदिर में हुई पारंपरिक शादी

परिवार की सहमति मिलने के बाद कटिहार के दुर्गा मंदिर में दोनों की शादी पूरी हिंदू रीति-रिवाज से हुई. इस अवसर पर अनुभव के माता-पिता ने विदेशी बहू का स्वागत खुले दिल से किया. शादी में मोहल्ले के लोग भी शामिल हुए और अनस्तासिया की सादगी ने सबका मन मोह लिया.

'भाभी का नेचर बहुत अच्छा है'

अनुभव की बहन निशा ने कहा, कि मैं बहुत खुश हूं. भाभी का नेचर बहुत अच्छा है. वह बिहार की संस्कृति को बहुत आसानी से अपना रही हैं. लोग क्या कहते हैं, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। वो घर के बड़ों को प्रणाम करती हैं और सभी से अच्छे से व्यवहार करती हैं. हालांकि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस शादी को लेकर सवाल उठाए, लेकिन अनुभव और उनका परिवार इन बातों से बेपरवाह हैं. उनके लिए अनस्तासिया की भावनाएं और भारतीयता को अपनाने का भाव ही सबसे अहम है.

बिहार
अगला लेख