तेजस्वी यादव ने ठग लिए ₹200! दरभंगा की महिला ने विधायक समेत RJD के 4 नेताओं के खिलाफ दर्ज कराई FIR; क्या है पूरा मामला?
Tejashwi Yadav: दरभंगा में गुड़िया देवी नाम की महिला ने 'माई-बहन योजना' से नाम पर तेजस्वी यादव पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. पुलिस ने RJD के चार अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. हालांकि अब जांच चल रही है.

Tejashwi Yadav: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक रैलियां और सभाएं चल रही हैं. सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष सभी जनता को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. इस बीच बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव मुसीबत में फंस गए हैं. उन पर और पार्टी के कई नेताओं पर FIR दर्ज हुई है.
जानकारी के अनुसार, दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाने में तेजस्वी यादव, राज्यसभा सांसद संजय यादव, पूर्व आरजेडी विधायक ऋषि मिश्रा और पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी मस्कूर अहमद उस्मानी के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है. इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी योजनाओं के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी की गई.
तेजस्वी यादव पर क्या है आरोप?
गुड़िया देवी नाम की महिला ने यह शिकायत की है, जिसमें उसने आरोप लगाया कि 'माई-बहन योजना' के तहत उन्हें 2500 रुपये का लाभ देने का वादा किया गया था, लेकिन आवेदन करते समय उनसे 200 रुपये ले लिए गए. उनका आरोप है कि इस योजना के जरिए महिलाओं से आधार, बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर जैसी जानकारियां ली गईं.
फर्जी आवेदन पर बवाल
चंद्रिका देवी नाम की दूसरी महिला ने कहा, उनके डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल कर किसी और के नाम पर विधवा पेंशन के लिए फर्जी आवेदन किया गया. उन्होंने बताया कि उनके आधार, वोटर आईडी और राशन कार्ड की कॉपी ली गई थी, लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि जिनके नाम पर पेंशन मांगी गई है, वह महिला 1975 में ही गुजर चुकी थी. चंद्रिका देवी ने इस पूरे मामले को धोखाधड़ी और दस्तावेजों के गलत इस्तेमाल का स्पष्ट मामला बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है. कई हिस्सों में महिलाओं ने इस योजना को लेकर फर्जी आवेदन और डेटा का गलत उपयोग के आरोप भी लगाए हैं.
क्या है 'माई-बहन योजना'?
दिसंबर 2024 में 'माई-बहन योजना' की घोषणा हुई थी. तेजस्वी यादव ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनेगी तो हर जरूरतमंद महिला को हर महीने 2,500 रुपये दिए जाएंगे. इसके बाद 21 मई 2025 को कांग्रेस ने इस योजना को औपचारिक रूप से लॉन्च करने और प्रचार-विस्तार करने की घोषणा की. यह योजना कांग्रेस / महागठबंधन की घोषित योजना है. कुछ महिलाएं कह रही हैं कि माई-बहन नाम से फॉर्म भरवाकर उनसे पैसे लिए गए और उनकी व्यक्तिगत जानकारी मांगी गई, जिसके बाद धोखाधड़ी होने की शिकायतें सामने आई हैं.