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बिहार में नदियों का रौद्र रूप, कोसी और बागमती का टूटा बांध, बाढ़ से इन जिलों की स्थिति खराब

Bihar Flood: बिहार में बाढ़ की खराब होती स्थिति के कारण उत्तर प्रदेश के वाराणसी और झारखंड के रांची से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRF) की छह और टीमें उत्तर बिहार में तैनात की गई है. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि स्थिति कंट्रोल में रखने की कोशिश की जा रही है.

बिहार में नदियों का रौद्र रूप, कोसी और बागमती का टूटा बांध, बाढ़ से इन जिलों की स्थिति खराब
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Bihar Flood
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 30 Sept 2024 2:17 PM IST

Bihar Flood: बिहार में उफनती नदियों ने राज्य में तबाही मचा दी है. राज्य कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति सोमवार को और खराब हो गई. दरभंगा जिले में कोसी नदी और सीतामढ़ी में बागमती नदी के तटबंध टूटने से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि कोसी नदी उफान पर थी और रविवार देर रात करतारपुर प्रखंड के पास इसका तटबंध टूट गया, जिससे दरभंगा में किरतारपुर और घनश्यामपुर गांव में पानी भर गया.

बात सीतामढ़ी जिले की करें तो यहां रुन्नी सैदपुर प्रखंड में बागमती नदी के तटबंध में रिसाव की खबर है और बाढ़ की स्थिति बदतर हो गई है. जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. अधिकारियों को मुताबिक, 'तटबंधों के टूटने की ताजा घटनाएं हुई हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है. घबराने की कोई बात नहीं है.' उन्होंने कहा कि राज्य जल संसाधन और आपदा प्रबंधन विभाग युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं.

जल संसाधन मंत्री ने दी ये जानकारी

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया, 'राज्य के अलग-अलग हिस्सों से बांध टूटने की अब तक कुल छह घटनाएं सामने आई हैं. उनमें से कुछ की मरम्मत पहले ही कर दी गई है और बचे सभी पर काम चल रहा है.'

उन्होंने कहा, 'दरभंगा के वाल्मीकिनगर और कीरतपुर में तटबंधों के ऊपर पानी बहने की खबरें आई थीं, लेकिन अब कई नदियों में जलस्तर घटने लगा है. बाढ़ के कारण बिहार में अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.'

विजय कुमार चौधरी ने कहा कि उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश के वाराणसी और झारखंड के रांची से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDRF) की छह और टीमें तैनात की जा रही हैं.

सीतामढ़ी और पश्चिम चंपारण की स्थिति खराब

बचाव और राहत कार्य से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि सीतामढ़ी के मधकौल गांव में बागमती नदी का बांध और पश्चिम चंपारण में गंडक नदी का बांध अत्यधिक पानी के दबाव के कारण डैमेज हो गया है, जिसके कारण वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाढ़ आ गई.

आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से सोमवार को जारी किए गए बयान में कहा गया है कि बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव अभियान में तैनात NDRF की 12 टीमों और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDRF) की 22 टीमों के अतिरिक्त इन्हें भी लगाया जा रहा है. एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'कई छोटी नदियों में जलस्तर घटने के बावजूद कुल मिलाकर स्थिति गंभीर बनी हुई है और 16 लाख से ज़्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है.'

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