बिहार में बाढ़ से हाहाकार, अब तक 10 लाख लोग प्रभावित, 200 लोगों की हुई मौत
बिहार में बाढ़ आने के कारण अब तक कई जिले, कई फसलों को नुकसान पहुंचा है. अब तक बाढ़ में 200 लोगों के मौत की जानकारी सामने आई है. पिछले 24 घंटे में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 7 तटबंध टूटे हैं. वहीं 25 बच्चों के भी नदी में बहने की जानकारी सामने आई है.

बिहार में बाढ़ के कारण 10 लाख लोग अब तक प्रभावित हो चुके हैं. अब तक पिछले तीन दिनों में 200 लोगों की मौत की जानकारी सामने आ चुकी है. लेकिन इस दौरान खुशखबर ये भी सामने आई कि नेपाल में बारिश कम होने के कारण बिहार में भी नदियों का जलस्तर कम हो गया है.
बाढ़ को लेकर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उफनती हुई नदी का जलस्तर कम होने के कारण तटबंध क्षतिग्रस्त होते हैं. इससे बाढ़ का भी खतरा बढ़ जाता है. अब तक गंडक, बागमती और कोसी नदियों पर तटबंध कई स्थान नष्ट हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि इससे पश्चिम चंपारण, सीतामढी, शिवहर और दरभंगा जिलों में बाढ़ आ गई है.
अब तक इतने लोग हुए प्रभावित
बिहार के 16 जिलों में आई बाढ़ आने के बाद अब तक 55 ब्लॉकों की 269 पंचायतों में रहने वाले 9.9 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. प्रभावित जिलों में पश्चिम और पूर्वी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, सीतामढी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, सुपौल, सीवान, मधेपुरा, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण और सहरसा शामिल हैं.
बांध टूटने से 24 गांव प्रभावित
वहीं बिहार दरभंगा स्थित कुशेश्वर स्थान पुर्वी प्रखंड के पूर्वी बलान बांध सोमवार की रात श्रीपुर गोबराही के पास टूट गया. इससे लगभग 25 गांवों के प्रभावित होने की जानकारी सामने आई है. देर रात आई बाढ़ के बाद से राहत बचाव कार्य जारी है. वहीं बेगूसराय में स्कूली बच्चों से भरी नाव के पलटने की भी जानकारी सामने आई है. जानकारी के अनुसाक इस नाव में 25 बच्चे सवार थे. हालांकि स्थानीय लोगों ने सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला.
फसलों को पहुंचा नुकसान
बाढ़ आने के बाद कई जिलों में धान-मक्का और सब्जियों की खड़ी फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है. कृषि विभाग फसलों और सब्जियों की क्षति का आकलन करने की कवायद में जुट गया है.