कौन है असम की वरेण्या बोरबोरा? 10 साल की उम्र में सोशल मीडिया पर हैं 21 लाख फॉलोअर्स
असम की 10 वर्षीय कंटेंट क्रिएटर वरेन्या बोरबोरा ने 'द रणवीर शो' में अपनी दमदार मौजूदगी से सबको चौंका दिया. 'Vivacious Varenya' के नाम से मशहूर यह बच्ची अपने बेहतरीन अंग्रेज़ी, आत्मविश्वास और 21 लाख इंस्टाग्राम फॉलोअर्स के कारण चर्चा में है. रणवीर अल्लाहबादिया ने भी उन्हें अब तक की "सबसे आत्मविश्वासी बच्ची" कहा.
असम के छोटे से शहर जोरहाट से निकलकर देशभर के डिजिटल दर्शकों को चौंकाने वाली 10 वर्षीय वरेण्या बोरबोरा आज सोशल मीडिया का एक जाना-पहचाना नाम बन चुकी हैं. अपने आत्मविश्वास, बेबाक़ी और प्रभावशाली संवाद शैली के कारण उन्होंने बहुत कम समय में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है. हाल ही में 'द रणवीर शो' में उनकी उपस्थिति ने देशभर में सनसनी फैला दी.
शो के दौरान जब वरेण्या ने बताया कि उन्हें इंस्टाग्राम पर 21 लाख से अधिक लोग फॉलो करते हैं, तो होस्ट रणवीर अल्लाहबादिया भी चौंक उठे. रणवीर ने उन्हें अब तक की "सबसे आत्मविश्वासी बच्ची" बताया, जबकि वरेन्या ने बड़ी सहजता से इसका श्रेय अपने आसपास के लोगों द्वारा मिलने वाली निरंतर सराहना को दिया.
Vivacious Varenya: एक डिजिटल पहचान
ऑनलाइन दुनिया में वरेण्या "Vivacious Varenya" के नाम से जानी जाती हैं. उनकी वीडियो में न सिर्फ़ धाराप्रवाह अंग्रेज़ी होती है, बल्कि वो दर्शकों के मन को छू लेने वाली भावनात्मक अभिव्यक्ति भी देती हैं. उनके कंटेंट में व्लॉग, मोटिवेशनल वीडियो और शैक्षिक सामग्री का अनूठा संगम देखने को मिलता है. उनके छोटे-छोटे वीडियो क्लिप्स, जिनमें वो गहराई से बात करती हैं जैसे “क्या आज आपको थोड़ी बेचैनी हो रही है?” दर्शकों के दिलों को छू जाते हैं.
परिवार ही टीम है
वरेण्या की सफलता के पीछे उनका पूरा परिवार एक टीम की तरह खड़ा है. उनकी मां मासूमी शर्मा बोरबोरा उनका इंस्टाग्राम अकाउंट मैनेज करती हैं, जहां दो मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हैं. उनके पिता प्रांजल बोरबोरा उनका यूट्यूब चैनल संभालते हैं, जिसमें 16,500 से ज़्यादा सब्सक्राइबर्स हैं और यह चैनल व्लॉग और एजुकेशनल वीडियो से भरा हुआ है. उनकी बड़ी बहन भी वीडियो एडिटिंग में मदद करती हैं.
आत्मविश्वास की जड़ें
वरेण्या का आत्मविश्वास किताबों और स्क्रीन से उपजा है. उन्होंने अंग्रेज़ी बोलने की कला खुद सीखी. अंग्रेज़ी फिल्मों, कार्टून और किताबों के माध्यम से. यहां तक कि उन्होंने असमिया भाषा पर पूरी पकड़ बनाने से पहले ही अंग्रेज़ी में धाराप्रवाह संवाद करना शुरू कर दिया था. यही वजह है कि आज वह न सिर्फ़ अपने जैसे बच्चों को, बल्कि बड़ों को भी आत्म-प्रेरणा का पाठ पढ़ा रही हैं.
कलाकार भी, शिक्षिका भी
वरेण्या सिर्फ़ बोलती नहीं, गाती भी हैं. वह नियमित रूप से अपने यूट्यूब चैनल पर अंग्रेज़ी गानों के कवर अपलोड करती हैं, जिनमें उनकी रचना क्षमता और सुर की समझ झलकती है. इसके अलावा, उनकी शैक्षिक वीडियो अंग्रेज़ी शब्दावली, उच्चारण और अभिव्यक्ति को आसान भाषा में समझाती हैं, जिससे कई बच्चों को लाभ हो रहा है.
आने वाले कल की प्रेरणा
महज 10 साल की उम्र में वरेण्या ने जो मंच हासिल किया है, वह कई वयस्कों के लिए भी सपना है. वह केवल एक सोशल मीडिया स्टार नहीं, बल्कि अपने आत्मविश्वास, पारिवारिक सहयोग और सृजनात्मकता के जरिए आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन रही हैं. एक छोटे शहर से निकलकर राष्ट्रीय पहचान तक का सफर बताता है कि अगर जुनून और साथ हो, तो उम्र और जगह कभी भी सीमाएं नहीं बनतीं.





