समाज कल्याण विभाग अधिकारी समीर दास ने भ्रष्टाचार से बनाया पैसों का पहाड़! कहानी लूट-खसोट वाली
असम में समाज कल्याण विभाग अधिकारी पर सत्ता का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है। ये आरोप बीटीआर में संयुक्त निदेशक समीर दास पर लगा है। लोगों ने समीर दास पर मनमर्जी से विभाग चलाने आरोप लगाया है। अब शिकायत के बाद समीर दास पर गाज गिरी है।

असम में समाज कल्याण विभाग अधिकारी पर सत्ता का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है। ये आरोप बीटीआर में संयुक्त निदेशक समीर दास पर लगा है। लोगों ने समीर दास पर मनमर्जी से विभाग चलाने आरोप लगाया है। उनपर ये भी आरोप लगा है कि वह गैर-असमिया ठेकेदारों को खुश करने के लिए खूब लूट-खसोट कर रहे हैं।
लोगों ने आरोप लगाया कि समीर दास ने एक ठेकेदार को बार बार काम आवंटित किया। साथ ही BTR में आवंटन कर घोटाला करने का भी आरोप है। बता दें, समीर पर बीटीआर समाज कल्याण विभाग में पहली से ही अनियमितताओं के कई आरोप लगे हैं।
दो पदों पर तैनात हैं समीर दास
समीर दास गुवाहाटी के उजान बाजार स्थित कार्यालय में समाज कल्याण के जॉइंट डायरेक्टर के रूप में तैनात थे। इसके साथ ही वह बीटीआर समाज कल्याण के CHD का पद भी संभाल रहे थे।
समीर दास पर क्या है आरोप?
समीर दास पर उच्च पदों पर सत्ता का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार करने का आरोप है। समीर पर समय पर ऑफिस नहीं पहुंचने, महीने में तीन या चार दिन ही बीटीआर कार्यालय जाने का आरोप है। इसके साथ ही गैर असमीया ठेकेदारों से मिलीभगत कर भ्रष्टाचार कर ने का आरोप है। उन्होंने यह इसकी शुरुआत क्रिश्चियन बस्ती के कार्यालय से शुरू की थी। साथ ही इनपर विभाग के सभी कार्यों का ठेका एक ही ठेकेदार को देने का भी आरोप है। इनपर एक ही विभाग में दो अहम पदों पर दास की कार्यपालिका को लेकर रहस्य बना हुआ है।