Begin typing your search...

असम में नेहकाम जोमहाओ की हत्या से तनाव, पुलिस ने कुकी संगठन के 5 पूर्व सदस्यों को किया गिरफ्तार

Karbi Anglong News: असम में उग्रवादियों ने थाडो कम्युनिटी इंटरनेशनल समूह के नेता नेहकाम जोमहाओ (59) की हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है. नेता जोमहाओ की हत्या के बाद लोग डरे हुए हैं, जिसने मणिपुर हिंसा की एक बार फिर याद ताजा कर दी है.

असम में नेहकाम जोमहाओ की हत्या से तनाव, पुलिस ने कुकी संगठन के 5 पूर्व सदस्यों को किया गिरफ्तार
X
( Image Source:  @itsnorth_star )

Assam News: असम के करबी आंगलोंग जिले में उग्रवादियों ने एक खूनी वारदात को अंजाम दिया. यहां पर थाडो कम्युनिटी इंटरनेशनल समूह के नेता नेहकाम जोमहाओ (59) की हत्या कर दी गई, जिसके बाद इलाके में तनाव फैल गया. पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए कुकी उग्रवादी संगठन के पांच पूर्व सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है.

हाल ही में नेहकाम जोमहाओ इंफाल गए और एक मीतई बैठक में शामिल हुए. वह लिटरेरी सोसाइटी असम के चेयरमैन भी थे. शनिवार की रात से ही मंझा कस्बे स्थित अपने घर से लापता थे, अब रविवार (31 अगस्त) को उनका शव मिला है.

पुलिस का बयान

इस मामले पर करबी आंगलोंग के एसपी संजीब कुमार सैकिया ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में हत्या और शव को घर के पास नदी में फेंकने की बात कबूल की है. जिन्हें गिरफ्तार किया है, उनमें सैमसन कुकी, जंगपू हैंगसिंग, मंगेओ सितलौ, थांगमोई हमर और काकप लियंथांग शामिल थे.

पुलिस ने बताया कि वारदात में चार करबी आंगलोंग के ही निवासी हैं, जबकि एक आरोपी नागालैंड का रहने वाला है. पुलिस ने इन सभी पर हत्या और आपराधिक साजिश के तहत मामले दर्ज किया है. नेता जोमहाओ की हत्या के बाद लोग डरे हुए हैं, जिसने मणिपुर हिंसा की एक बार फिर याद ताजा कर दी है.

समुदाय ने दी सफाई

थाडो कुकी इंटरनेशनल और थाडो स्टूडेंट्स एसोसिएशन (जनरल हेडक्वार्टर) ने आरोप लगाया है कि जोमहाओ की हत्या उनकी हालिया गतिविधियों से जुड़ी हो सकती है. वे 16 सदस्यीय थाडो प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जिसने 16 अगस्त को इंफाल जाकर मीतई संगठनों से मुलाकात की थी.

थाडो समूह खुद को कुकी पहचान से अलग मानते हैं. वह दावा करते हैं कि वे एक स्वतंत्र जनजातीय समूह हैं, जबकि अन्य कुकी-ज़ो संगठन इस रुख से असहमत हैं. वहीं एसपी सैकिया ने बताया कि पुलिस इस एंगल की भी जांच कर रही है. शुरुआती जानकारी यह भी संकेत देती है कि नेता की हत्या आपसी रंजिश है.

कौन थे नेहकाम जोमहाओ?

नेहकाम जोमहाओ थाडो लिटरेरी सोसाइटी असम के चेयरमैन थे. वह लंबे समय से थाडो समुदाय के हक और पहचान को लेकर सक्रिय रहे. जोमहाओ हाल ही में तब सुर्खियों में आए जब वे 16 अगस्त को इंफाल में आयोजित एक बैठक में शामिल हुए, जिसमें थाडो समुदाय के प्रतिनिधियों ने मीतई संगठनों से मुलाकात की थी. यह कदम समुदाय के अंदर मतभेद का कारण भी बना. वे न केवल एक सांस्कृतिक प्रतिनिधि थे बल्कि अपने समाज के लिए नई दिशा तय करने वाले प्रभावशाली चेहरा भी माने जाते थे.

असम न्‍यूजcrime
अगला लेख