एक महीने में आया 11 लाख का बिजली बिल, मिडिल क्लास फैमिली के उड़े होश
गुवाहाटी में एक इस महीने एक परिवार का 11 लाख का बिजली बिल आया, जिसने सभी को हैरान कर दिया. छत्रीबाड़ी इलाके में रहने वाली मिडिल क्लास फैमिली को बिजली विभाग से बड़ा झटका लगा है. उनके घर नवंबर महीने के लिए 11 लाख रुपये से ज्यादा का बिजली बिल आया है. अब परिवार परेशान है कि यह सब कैसा हुआ? इतने पैसे कैसे जमा करेंगे.

Guwahati News: देश भर में गर्मी के मौसम में बिजली की डिमांड बढ़ जाती है. एक दिन में हजारों वॉट की बिजली खर्च की जाती है. अब सर्दियों के दिनों में बिजली की मांग बढ़ रही है. गुवाहाटी में एक इस महीने एक परिवार का 11 लाख का बिजली बिल आया, जिसने सभी को हैरान कर दिया. हर कोई यही. सोच रहा है कि ऐसा क्या चला लिया जो 11 लाख रुपये का बिल आ गया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुवाहाटी के छत्रीबाड़ी इलाके में रहने वाली मिडिल क्लास फैमिली को बिजली विभाग से बड़ा झटका लगा है. उनके घर नवंबर महीने के लिए 11 लाख रुपये से ज्यादा का बिजली बिल आया है. अब परिवार परेशान है कि यह सब कैसा हुआ? इतने पैसे कैसे जमा करेंगे.
किराए के घर में रहती है फैमिली
छत्रीबाड़ी इलाके में परिवार किराए के मकान में रहता है. उनके घर में दो बेडरूम हैं. परिवार का कहना है कि उनकी वार्षिक आय का करीब 5 गुना ज्यादा बिजली बिल आया है. बिल जमा की आखिरी तारीफ 23 दिसंबर दी गई है. उन्हें कुल रकम 11,53,306 रुपये बतौर बिजली बिल भरने पड़ेंगे. इस परिवार में चार लोग हैं और उनका दावा है कि हमारी स्थिति को देखें तो अगले 20 साल में इस बिल का भुगतान करना असंभव है.
बिजली विभाग पर लगाया आरोप
कथित परिवार ने बिजली विभाग पर आरोप लगाया है. परिवार ने कहा कि सामान्य स्थिति में इतना बिल आना संभव ही नहीं है. यह पहली बार नहीं है जब विभाग ने गड़बड़ी की हो. परिवार के सदस्यों में से एक अलकेश पाठक ने कहा कि 'पिछले साल भी हमें बढ़ा हुआ बिल मिला था, लेकिन इस बार विभाग ने सारी हदें पार कर दीं. जब हमने बिल को पहली बार देखा तो हमारा कलेजा मुंह को आ गया.'
27 हजार जमा करने का आदेश
अलकेश पाठक ने कहा कि एक बार हमसे 27,000 रुपये से ज्यादा रुपयों का भुगतान करने के लिए कहा गया, जबकि हमारे पास कोई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट भी नहीं है और हम बिजली के इस्तेमाल पर कंट्रोल रखते हैं. जब हमने विभाग से संपर्क किया तो उन्होंने गलती स्वीकार की और बिल वापस कर दिया, लेकिन कोई साफ स्पष्टीकरण नहीं दिया. वहीं अन्य उपभोक्ताओं में बिजली बिलिंग सिस्टम पर सवाल उठाए हैं.