असम के नगांव सत्रा में रहने वाली मुस्लिम महिला ने बदला अपना धर्म, सनातन को अपनाया
असम के नागांव में श्रद्धेय जखलाबंध सत्र का आयोजन हुआ. इस दौरान इस सत्र में एक युवा मु्स्लिम महिला ने सोमवार 23 सितंबर 2024 को धर्म परिवर्तित किया. महिला ने हिंदू धर्म अपना कर आध्यात्मिक परिवर्तन किया है. आपको बता दें कि सत्राधिकार जुगल चंद्र देव गोस्वामी के मार्गदर्शन में महिला ने धर्म परिवर्तित किया.

असम के नागांव में श्रद्धेय जखलाबंध सत्र का आयोजन हुआ. इस दौरान इस सत्र में एक युवा मु्स्लिम महिला ने सोमवार 23 सितंबर 2024 को धर्म परिवर्तित किया. महिला ने हिंदू धर्म अपना कर आध्यात्मिक परिवर्तन किया है. आपको बता दें कि सत्राधिकार जुगल चंद्र देव गोस्वामी के मार्गदर्शन में महिला ने धर्म परिवर्तित किया.
हिंदू धर्म में परिवर्तन के दौरान पारंपरिक अनुष्ठानों को अपनाते हुए हिंदू धर्म के विधि-विधान का पालन किया गया. इस दौरान सत्राधिकार की देखरेख में की जाने वाली प्रार्थना, पूजा (अर्चना) शामिल थी. युवती ने महापुरुष श्री दामोदर देव गुरु की शिक्षाओं के माध्यम से औपचारिक रूप से हिंदू धर्म अपनाया.
सनातन धर्म के अनुरूप हुआ परिवर्तन
वहीं सत्राधिकार गोस्वामी ने पुष्टी करते हुए कहा कि धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया सनातन धर्म के सिद्धांतों के अनुरूप ही की गई थी. उन्होंने बताया कि इसके लिए महिला ने पहले औपचारिक तौर पर अनुरोध प्रस्तुत किया था. इसके बाद उसके प्रमाण पत्र को जारी किया गया. यह रूपांतरण जखलाबंध सत्र में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतीक है, जो इस क्षेत्र में अपने आध्यात्मिक प्रभाव और ऐतिहासिक जड़ों के लिए प्रसिद्ध है.
अब तक 1100 लड़के-लड़कियों का किया धर्म परिवर्तित
वहीं धर्म गुरु ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं जब किसी का धर्म परिवर्तन किया हो. वह अब तक 1100 लड़के और लड़कियों का धर्म परिवर्तित कर उन्हें हिंदू धर्म की दीक्षा दे चुके हैं. वहीं उन्होंने कहा कि यह लड़की का घर यहां नहीं रंगिया में है. वहीं उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद युवती ने ऐसा फैसला लिया है.
लड़की का अनुरोध किया स्वीकार
उन्होंने कहा कि मुझे परसो युवती का फोन आया उसने पूछा कि क्या मैं आ सकता हूं? इस पर मैंने उसका अनुरोध स्वीकार किया फिर मैंने विश्व हिंदू परिषद के घाना महंत को सूचित किया और उन्हें अपने साथ गुवाहाटी ले गया. हालांकि युवती को कुछ कानूनी औपचारिक्ताएं का सुझाव भी उन्होंने दिया. इतना ही नहीं कोर्ट में धर्म परिवर्तन के लिए एक हलफनामा भी दायर करवाया गया. बाद ही मैं हिंदू धर्म में परिवर्तित होने की प्रक्रिया के लिए अनुष्ठानों को आगे बढ़ाने को तैयार हुए.