Assam News: बायोमिक आधार कार्ड बनाने की शुरू प्रक्रिया, सीएम हिमंत सरकार का फैसला
असम में साल 2019 में 9,35682 लोगों ने आधार केंद्रों पर अपने बायोमेट्रिक विवरण जमा किए थे, लेकिन कई कारणों ने 9.35 लाख लोगों के बायोमेट्रिक्स लॉक हो गए. अब राज्य में आधार कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

Aadhaar Card: असम की जनता के लिए बड़ी खुशखबरी है. प्रदेश में जिन लोगों के बायोमेट्रिक्स आधार कार्ड किसी कारणवश बनने से रुके हुए हैं वो जल्द बनकर तैयार हो जाएंगे. असम में आधार कार्ड बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अब तक कुल 9.35 लाख बायोमेट्रिक विवरण रुके थे. इनमें लगभग 5 लाख आधार कार्ड बन चुके हैं.
कई कार्ड हुए लॉक
जानकारी के अनुसार साल 2019 में 9,35682 लोगों ने आधार केंद्रों पर अपने बायोमेट्रिक विवरण जमा किए थे, लेकिन कई कारणों ने 9.35 लाख लोगों के बायोमेट्रिक्स लॉक हो गए. एनआरसी पंजीकरण के लिए आधार कार्ड जरूरी है. इसलिए लोगों को आवेदन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है.
सीएम हिमंत ने अमित शाह से की बात
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आधार कार्ड से संबंधित समस्या को लेकर गृह मंत्रालय के साथ हस्तक्षेप किया. उन्होंने अमित शाह से कई बार बातचीत कर हल निकाला. इसके बाद गृह मंत्रालय ने UIDAI को उन लोगों के आधार कार्ड जारी करने का निर्देश दिया, जिनके बायोमेट्रिक लॉक हो गए थे.
UIDAI शुरू की प्रक्रिया
केंद्र से निर्देश मिलने के बाद UIDAI ने गुवाहाटी क्षेत्र कार्यालय में आवश्यक दस्तावेज स्वीकार करना शुरू किया. अब आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. वहीं सीएम सरमा ने स्पष्ट किया है कि एनआरसी अपडेट और बायोमेट्रिक ब्लॉकेज के बीच कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि 19 लाख लोगों के नाम एनआरसी में नहीं हैं और बायोमेट्रिक ब्लॉक किए गए 9 लाख से अधिक लोगों के बीच इसका कोई संबंध नहीं है.
एनआरसी पर सीएम सरमा का बयान
हाल ही में सीएम सरमा ने एनआरसी पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि 'उनकी सरकार अवैध विदेशियों की पहचान की प्रक्रिया तेज करेगी'. 'राज्य में पिछले दो महीने में कई बांग्लादेशियों को पकड़ा गया और उन्हें वापस भेजा गया है. उन्होंने कहा हम मियां मुसलमानों को राज्य में कब्जा नहीं करने देंगे'.