कौन है अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी? जेल में रहकर कैसे बना महंत और अब सियासत में मचा दी हलचल
उत्तराखंड की अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी, जिनका असली नाम प्रकाश पांडे है, पीपी पर फिरौती, गैंगवार, हत्या, और अपहरण जैसे गंभीर आरोप हैं और उसे अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का करीबी सहयोगी माना जाता है.

उत्तराखंड की अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी के बारे में हाल ही में एक नई जानकारी सामने आई है पीपी पर फिरौती, गैंगवार, हत्या, और अपहरण जैसे कई गंभीर आरोप हैं, और उसे अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का राइट हैंड माना जाता है. वर्ष 2010 में वियतनाम से उसकी गिरफ्तारी हुई थी और वह इस समय अल्मोड़ा जेल में सजा काट रहा है.
जेल में बंद है अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी
हाल ही में पीपी के सन्यास लेने की खबर ने हड़कंप मचा दिया है. उसके जेल में ही सन्यास लेने की घोषणा की गई थी और इस अवसर पर उसकी दीक्षा भी हुई थी. तीन दिन पहले जूना अखाड़े से जुड़े कुछ संतों ने पीपी को कई मठों का मठाधीश नियुक्त करने और उसे जल्द ही मंडलेश्वर की उपाधि देने की घोषणा की थी. इस खबर ने विवाद पैदा कर दिया और शनिवार को जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरिगिरि महाराज की अध्यक्षता में एक आपात बैठक बुलाई गई.
अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडेय के साधु बनने की चर्चा
अल्मोड़ा की जेल में सजा काट रहे प्रकाश को हाल ही में महामंडलेश्वर की उपाधि दिए जाने की चर्चा तेज हो गई है. चर्चा है कि उसे प्रमुख गंगोत्री भैरव मंदिर, गंगोलीहाट के कालेश्वर मंदिर, महादेव मुनस्यारी के कालिका मंदिर, और काला मुनि मंदिर का मुख्य महंत बनाया गया है. दीक्षा के बाद, उसका नाम स्वामी प्रकाशानंद गिरी रखा गया है. परंपरा के अनुसार, कुंभ के दौरान उसका मुंडन संस्कार किया जाएगा और उसके बाद उसे आगे के धार्मिक दायित्व सौंपे जाएंगे.
प्रकाश, जो नैनीताल का निवासी है, उत्तराखंड में तस्करी से लेकर हत्याओं तक कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा है. उसके खिलाफ दिल्ली, मुंबई समेत देश के विभिन्न हिस्सों में मर्डर और किडनैपिंग के मामले दर्ज हैं. 90 के दशक में, वह अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के साथ जुड़ा रहा और फिरौती और रंगदारी के धंधे में भी सक्रिय था. बाद में, वह वियतनाम में जाकर गैंग का संचालन करने लगा. 2010 में उसे गिरफ्तार कर लिया गया था.