संतों की मंडली में पहले भी घुसे विवादित चेहरे, 'PP' पर जारी है बवाल
हाल ही में कुछ संतों ने अल्मोड़ा जेल में जाकर गैंगस्टर पीपी पांडेय को गुरु दीक्षा दी और उसे महात्मा घोषित कर दिया. इसके बाद से संत समाज के बीच बवाल चल रहा है.

संतों की मंडली में पहले भी घुसे विवादित चेहरे, गैंगस्टर 'PP' पर जारी है बवालसंतों की मंडली में इस समय गैंगस्टर पीपी उर्फ अंडरवर्ल्ड डॉन प्रेम प्रकाश पांडेय को लेकर खूब बवाल हो रहा है. कुछ संतों ने जेल में जाकर इस गैंगस्टर को गुरु दीक्षा देकर संत घोषित कर दिया है. वहीं मामला प्रकाश में आने पर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. जूना अखाड़े के सचिव ने तो इस बदमाश को गुरु दीक्षा देने वाले महत्माओं को भी बाहर का रास्ता दिखाने की धमकी दी है. लगे हाथ यह बताना जरूरी है कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा, जब किसी विवादित चेहरे को महात्मा का दर्जा मिला हो. इससे पहले भी कई बार आपराधिक तत्वों को अखाड़े में शामिल कर अखाड़ा विवादों में आ चुका है.
अभी डेढ़ दशक भी नहीं हुए, उन दिनों राधे मां खूब चर्चा में थी. उन्हें भी एक एक अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाया गया था. हालांकि विवाद बढ़ा तो खुद अखाड़े ने राधे मां से और राधे मां ने संत समाज से किनारा कर लिया था. इसके बाद हरिद्वार में गाजियाबाद के एक शराब माफिया को दीक्षा देकर महात्मा का चोला पहना दिया गया. यह घटना तो अभी तीन चार साल पहले की है. इसी प्रकार बीजेपी के पूर्व विधायक रविदासाचार्य सुरेश राठौर भी निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर बने थे. हालांकि संत समाज ने उनके नाम पर भी आपत्ति की, बवाल काटा तो सुरेश राठार अखाड़े से भाग खड़े हुए.
आप भी बन सकते हैं महात्मा: राजेंद्र गिरि
जूना अखाड़े ने भले ही पीपी को संत बनाने पर कड़ी आपत्ति की है, लेकिन इसी जूना अखाड़े में पीपी को 'भर्ती' कराने वाले जूना अखाड़े के थानापति महंत राजेंद्र गिरि को इससे कोई फर्क नहीं. वह अपने फैसले पर अडिग हैं और तर्क दे रहे हैं कि किसी को भी महात्मा बनने से नहीं रोका जा सकता. आप चाहें तो आ सकते हैं. महंत राजेंद्र गिरि ने कहा कि उन्होंने पीपी को दीक्षा दिया है और ऐसा करके उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है. वह रास्ता भटक गया था और अब अपने गलत रास्ते को छोड़कर धर्म के मार्ग पर चलना चाहता है. संत समाज की जिम्मेदारी है कि उसे ऐसा करने के लिए मौका दे.