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चेपॉक में बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने क्यों उतारे 3 पेशर, 2 स्पिनर को ही क्यों खिलाया

चेपॉक में बांग्लादेश के खिलाफ भारत ने क्यों उतारे 3 पेशर, 2 स्पिनर को ही क्यों खिलाया
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India Vs Bangladesh
स्टेट मिरर डेस्क
by: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 19 Sept 2024 11:24 AM IST

Ind Vs Ban: चेपॉक का मैदान भारत में हमेशा से स्पिन गेंदबाजों के लिए फायदेमंद माना गया है, खासकर जब यह टेस्ट क्रिकेट की बात आती है. लेकिन आज शुरू हुए भारत और बांग्लादेश के पहले टेस्ट मैच में भारत ने एक असामान्य टीम संयोजन अपनाया, जिसमें तीन तेज गेंदबाज और सिर्फ दो स्पिनर शामिल हैं. यह चयन कई लोगों को हैरान करने वाला रहा, क्योंकि चेन्नई की पिच पर पारंपरिक रूप से स्पिन गेंदबाजों को ज्यादा फायदा मिलता है.

भारतीय टीम बल्लेबाजी कर रही है. इस खबर को लिखे जाने तक टीम इंडिया के 3 विकेट गिर चुके हैं. यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत क्रीज पर मौजूद हैं. भारत ने 19 ओवर का खेल समाप्त होने तक 75 रन बना लिए हैं.

मौसम और पिच का प्रभाव

हालांकि चेपॉक का मैदान आमतौर पर धीमी और स्पिनरों को मदद करने वाली पिच के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस बार मौसम की स्थिति और पिच की तैयारी ने टीम के चयन को प्रभावित किया. सितंबर, अक्टूबर-नवंबर के समय चेन्नई में नमी अधिक होती है और विकेट में शुरुआत में गति और उछाल देखा जा सकता है. इस वजह से टीम प्रबंधन ने तीन तेज गेंदबाजों को शामिल करने का फैसला किया, ताकि शुरुआती ओवरों में स्विंग और उछाल का फायदा उठाया जा सके.

स्पिनरों का महत्व

हालांकि चेपॉक में स्पिनरों की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है, भारत ने रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे अनुभवी स्पिनरों को शामिल किया, जिनका रिकॉर्ड इस मैदान पर बेहतरीन है. दोनों गेंदबाज न सिर्फ विकेट लेने में माहिर हैं, बल्कि बल्लेबाजी में भी योगदान दे सकते हैं. जडेजा और अश्विन के होते हुए टीम को संतुलन मिलता है, जिससे भारतीय टीम ने यह फैसला किया कि दो स्पिनर ही पर्याप्त होंगे.

बांग्लादेश के खिलाफ रणनीति

बांग्लादेशी बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ अपनी मजबूत समझ रखते हैं, और इस वजह से भारतीय टीम प्रबंधन ने तेज गेंदबाजों पर ज्यादा भरोसा दिखाया. तीन तेज गेंदबाजों के साथ, भारतीय टीम ने बांग्लादेश के बल्लेबाजों को अतिरिक्त उछाल और स्विंग से परेशान करने की योजना बनाई. जसप्रीत बुमराह, आकाश दीप और मोहम्मद सिराज अपने अटैकिंग और विविधता भरे स्पैल से विपक्षी बल्लेबाजों को चुनौती दे सकते हैं.

पेस और स्पिन का संतुलन

भारत की इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य पेस और स्पिन के बीच सही संतुलन बनाना था. पिच का शुरुआती प्रभाव और बाद के दिनों में स्पिन का असर दोनों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि पहले तेज गेंदबाजों से शुरुआती झटके दिए जाएं और फिर स्पिनरों से मैच को पूरी तरह अपने पक्ष में मोड़ने का मौका मिले.

चेन्नई की पिच भले ही स्पनरों की मददगार हो, लेकिन बदलते मौसम और बांग्लादेश की टीम की कमजोरियों को ध्यान में रखते हुए भारत ने तीन पेसर और दो स्पिनरों का संतुलन चुना. यह चयन दर्शाता है कि आधुनिक क्रिकेट में सिर्फ पारंपरिक सोच से नहीं, बल्कि परिस्थितियों और विपक्ष की ताकत- कमजोरियों के आधार पर टीम का संयोजन तय किया जाता है.

इस तरह की सतह तैयार करने के पीछे एक और कारण पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश का हालिया दबदबा हो सकता है, जहां उनके स्पिनरों ने शान मसूद की टीम को तहस-नहस कर दिया था. बांग्लादेश के स्पिनरों ने पाकिस्तान में 2-0 की शानदार सीरीज़ क्लीन-स्वीप में अहम भूमिका निभाई थी, और भारत स्पिन के बजाय तेज़ गेंदबाज़ों के लिए अनुकूल पिच तैयार करके उस लय को बाधित करना चाह सकता है.



ऐसी है टीम इंडिया की प्लेइंग ११


भारत की प्लेइंंग 11: रोहित शर्मा (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, शुबमन गिल, विराट कोहली, केएल राहुल, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जड़ेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रित बुमराह, आकाश दीप, मोहम्मद सिराज

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