Ind Vs NZ: जब क्रिकेट के भगवान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ जड़ा था पहला दोहरा शतक
Sachin Tendulkar: इस पारी ने यह साबित कर दिया कि सचिन केवल शतक बनाने वाले बल्लेबाज नहीं थे, बल्कि बड़े स्कोर बनाने की क्षमता रखते थे, जो भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले गया.

Sachin Tendulkar: क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपने शानदार टेस्ट करियर में कुल छह दोहरे शतक लगाए, लेकिन उनके पहले दोहरे शतक का इंतजार लंबा रहा. अपने टेस्ट डेब्यू के दस साल बाद, जब सचिन लगातार शतक तो बना रहे थे लेकिन दोहरा शतक नहीं बना पाए थे, तब क्रिकेट प्रेमियों की नजरें उन पर ठहर गई थीं. यह ऐतिहासिक क्षण आया साल 1999 में, जब तेंदुलकर ने अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला दोहरा शतक लगाया और इतिहास रच दिया.
मैच का पृष्ठभूमि
भारत और न्यूजीलैंड के बीच इस मुकाबले की शुरुआत भारतीय टीम के टॉस जीतने के साथ हुई. भारत ने पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया. ओपनर सदगोप्पन रमेश ने देवांग गांधी और राहुल द्रविड़ के जल्दी आउट होने के बाद सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला. रमेश ने शतक जमाकर अपनी भूमिका निभाई, लेकिन इस मैच का असली आकर्षण तेंदुलकर का वह अद्भुत प्रदर्शन था, जिसने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया.
सचिन का पहला दोहरा शतक
दूसरे दिन, जब तेंदुलकर ने अपना पहला दोहरा शतक पूरा किया, तो मोटेरा स्टेडियम में दर्शकों का जोश चरम पर था. यह सिर्फ उनके करियर का एक और शतक नहीं था, बल्कि एक ऐसा क्षण था, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाने वाला था. तेंदुलकर ने 217 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें उनकी तकनीक, धैर्य और कौशल का अद्वितीय प्रदर्शन देखने को मिला.
भारत की विशाल पारी
सचिन तेंदुलकर की 217 रनों की पारी के अलावा, कप्तान सौरव गांगुली ने भी 125 रनों की बेहतरीन पारी खेली. उनकी साझेदारी ने भारत को एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. भारत ने अपनी पहली पारी 583/7 पर घोषित की, जिससे न्यूजीलैंड पर दबाव बना.
अनिल कुंबले का जलवा और मैच का परिणाम
न्यूजीलैंड की पहली पारी में, अनिल कुंबले ने 5 विकेट लेकर उन्हें 308 रनों पर समेट दिया. इसके बाद भारत ने अपनी दूसरी पारी 148/5 पर घोषित कर न्यूजीलैंड के सामने 424 रनों का लक्ष्य रखा. हालांकि, न्यूजीलैंड के ओपनर गैरी स्टीड, जो वर्तमान में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के मुख्य कोच हैं, ने 78 रन बनाकर मैच को बचाने की कोशिश की. कप्तान स्टीफन फ्लेमिंग (64*) और क्रेग स्पीयरमैन (54*) की नाबाद साझेदारी ने न्यूजीलैंड को मैच ड्रा कराने में मदद की, लेकिन भारत ने तीन टेस्ट मैचों की इस सीरीज को 1-0 से जीत लिया.
ऐतिहासिक उपलब्धि
सचिन तेंदुलकर का यह पहला दोहरा शतक उनके करियर का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ. यह सिर्फ उनके शानदार करियर की शुरुआत थी, जहां उन्होंने आने वाले वर्षों में और भी कई रिकॉर्ड्स बनाए. इस पारी ने न केवल उनके आलोचकों को चुप कराया, बल्कि उनके महान बल्लेबाजी कौशल का एक और प्रमाण प्रस्तुत किया.