आग उगल रहा वर्मा जी के बटे का बल्ला, तिलक ने लगातार दूसरे मैच में सेंचुरी ठोक रच दिया इतिहास
Tilak Varma: इस शानदार प्रदर्शन के साथ तिलक वर्मा ने खुद को भारतीय क्रिकेट का उभरता सितारा साबित कर दिया है. उनकी पारी ने न केवल टीम को जीत की मजबूत नींव दी बल्कि उन्हें एक बड़े मंच पर खुद को स्थापित करने का मौका भी दिया. तिलक वर्मा का बल्ला जिस तरह से आग उगल रहा है, वह निश्चित ही भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए शुभ संकेत है.

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेले जा रहे टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा. वांडरर्स स्टेडियम, जोहान्सबर्ग में भारतीय बल्लेबाजों ने आतिशी खेल दिखाया. खासतौर पर तिलक वर्मा ने अपनी तूफानी पारी से सभी को चौंका दिया. लगातार दूसरे मैच में शतक जड़कर उन्होंने इतिहास रच दिया.
तिलक वर्मा का धांसू फॉर्म
तिलक वर्मा की बल्लेबाजी इस मैच का मुख्य आकर्षण रही. उन्होंने केवल 41 गेंदों पर शतक पूरा करते हुए अपनी आक्रामकता का परिचय दिया. तिलक ने 47 गेंदों में नाबाद 120 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 10 छक्के शामिल थे. उनका स्ट्राइक रेट 255.31 रहा. खास बात यह रही कि तिलक को कप्तान सूर्यकुमार यादव की जगह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला, और उन्होंने लगातार दूसरी बार इस क्रम पर शतक ठोककर टीम प्रबंधन के फैसले को सही साबित किया.
लगातार दो शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय
तिलक वर्मा ने इस पारी के साथ एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया. वह टी20 क्रिकेट में भारत के लिए लगातार दो मैचों में शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. इससे पहले यह उपलब्धि संजू सैमसन ने हासिल की थी. इसके अलावा, तिलक दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने यह कारनामा किया है. उनसे पहले फिल सॉल्ट, गुस्ताव मेकॉन और राइली रूसो ने यह उपलब्धि हासिल की है.
टीम इंडिया का ऐतिहासिक स्कोर
तिलक वर्मा के अलावा संजू सैमसन ने भी शानदार प्रदर्शन किया. सैमसन ने 56 गेंदों पर नाबाद 109 रन बनाए. दोनों बल्लेबाजों की आतिशी पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने 20 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 283 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. यह टी20 क्रिकेट में भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है. इसके अलावा, अभिषेक शर्मा ने 18 गेंदों पर तेजतर्रार 36 रन बनाकर टीम के स्कोर को और मजबूती दी.
साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों का संघर्ष
साउथ अफ्रीका के गेंदबाज इस मुकाबले में भारतीय बल्लेबाजों के आगे बेबस नजर आए. टीम का इकलौता विकेट लुथो सिपाम्ला ने लिया. हालांकि, भारतीय बल्लेबाजों की आक्रामक बल्लेबाजी के आगे उनकी कोशिश नाकाफी साबित हुई.