'मैं तुझे मार डालूंगा, भाग जा घर तेरे बच्चे हैं', इस खिलाड़ी पर मंडराती थी मौत; योगराज का खुलासा
भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने हाल ही में एक इंटरव्यू में एक सनसनीखेज दावा किया. उन्होंने बताया कि कैसे वेस्टइंडीज के दिग्गज गेंदबाज़ मैल्कम मार्शल, जोएल गार्नर, एंडी रॉबर्ट्स, माइकल होल्डिंग और कॉलिन क्रॉफ्ट, गावस्कर को धमकी देते थे कि 'तुझे मार डालेंगे. तू छोटा आदमी है. तेरा घर है, बच्चे हैं, चला जा वापस.'

सुनील गावस्कर और वेस्टइंडीज की कहानी भारतीय क्रिकेट की सबसे चर्चित दास्तानों में से एक है. जब भी क्रिकेट के जानकार या पुराने खिलाड़ी किसी महफिल में बैठते हैं, ये किस्से दोहराए जरूर जाते हैं. लेकिन हैरानी की बात ये है कि हर बार कुछ नया, कुछ चौंकाने वाला सुनने को मिल ही जाता है.
भारत के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने हाल ही में एक इंटरव्यू में एक सनसनीखेज दावा किया. उन्होंने बताया कि कैसे वेस्टइंडीज के दिग्गज गेंदबाज़ मैल्कम मार्शल, जोएल गार्नर, एंडी रॉबर्ट्स, माइकल होल्डिंग और कॉलिन क्रॉफ्ट, गावस्कर को धमकी देते थे कि 'तुझे मार डालेंगे. तू छोटा आदमी है. तेरा घर है, बच्चे हैं, चला जा वापस.' योगराज के मुताबिक, मैदान पर लगातार गालियां, सिर पर बाउंसर, अस्पताल पहुंचा देने वाली गेंदबाज़ी, सब कुछ उस दौर में आम बात थी.
मैल्कम मार्शल द्वारा दिलीप वेंगसरकर की ठोड़ी पर बाउंसर मारने का किस्सा भी इसी दौर का है, जब 1983 वर्ल्ड कप में वेंगसरकर चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे. लेकिन वेस्टइंडीज का खास निशाना हमेशा गावस्कर रहे. क्यों? क्योंकि जहां बाकी बल्लेबाज़ उनके नाम से कांपते थे, वहीं गावस्कर उन्हें उनकी ही ज़मीन पर धूल चटा देते थे. आंकड़े खुद बोलते हैं. गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 27 टेस्ट में 2749 रन बनाए, 13 शतक के साथ. औसत? 65.45, और अगर बात करें वेस्टइंडीज की सरज़मीं की, तो वहां 13 टेस्ट में 1404 रन, औसत 70- और 7 शतक. यानी, वहां और भी खतरनाक!
1971 के ऐतिहासिक दौरे में, अपने डेब्यू में ही उन्होंने चार टेस्ट में 774 रन ठोक दिए. आज तक किसी भारतीय बल्लेबाज़ ने द्विपक्षीय सीरीज में इतना रन नहीं बनाया है. कप्तान अजीत वाडेकर ने खुद माना कि गावस्कर का उभरना भारतीय क्रिकेट का टर्निंग पॉइंट था. लेकिन गावस्कर की शुरुआत ही दर्द से भरी थी। टीम रवाना होने से तीन दिन पहले उनकी उंगली में व्हिटलो हो गया था. फ्लाइट में हालत इतनी खराब हो गई कि टीम मैनेजर ने डॉक्टर ढूंढना शुरू कर दिया. न्यूयॉर्क पहुंचते ही डॉक्टरों ने चेतावनी दी. 24 घंटे और देर होती तो उंगली काटनी पड़ती.