पृथ्वी शॉ के समर्थन में उतरे सुनील गावस्कर, बोले फिटनेस के लिए ये...
Sunil Gavaskar : सुनील गावस्कर ने तर्क दिया कि फिटनेस का मापदंड एक खिलाड़ी की खेल में दीर्घकालिक क्षमता और प्रदर्शन होना चाहिए, न कि केवल शारीरिक बनावट.

Prithvi Shaw: टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर और अनुभवी क्रिकेट विशेषज्ञ सुनील गावस्कर ने युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के समर्थन में खुलकर अपने विचार व्यक्त किए हैं. रणजी ट्रॉफी के एक मैच के लिए मुंबई की टीम से पृथ्वी शॉ को फिटनेस के मुद्दों के चलते बाहर किया गया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, पृथ्वी का बॉडी फैट प्रतिशत अधिक बताया जा रहा है, जिसके चलते उनकी फिटनेस को लेकर सवाल उठाए गए हैं. लेकिन गावस्कर का मानना है कि खिलाड़ियों की फिटनेस का असली पैमाना उनका खेल प्रदर्शन होना चाहिए, न कि उनका शरीर का फैट प्रतिशत.
अपने कॉलम में गावस्कर ने कहा कि यदि कोई खिलाड़ी पूरे दिन बल्लेबाजी कर सकता है या दिनभर में 20 ओवर की गेंदबाजी कर सकता है, तो उसे फिट माना जाना चाहिए. गावस्कर ने यह भी सवाल उठाया कि क्या ऐसा कोई खिलाड़ी है जिसका बॉडी फैट शून्य के करीब हो, और जो शॉ की तरह 379 रनों की बड़ी पारी खेलने में सक्षम हो.
क्या बोले गावस्कर
गावस्कर ने यह स्पष्ट किया कि एक खिलाड़ी की फिटनेस उसके क्रिकेट के कौशल को बाधित नहीं करती. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब शॉ जैसे खिलाड़ी लंबी पारियां खेल सकते हैं और बड़ा स्कोर बना सकते हैं, तो केवल बॉडी फैट के आधार पर उनकी फिटनेस पर सवाल उठाना गलत है.
गावस्कर के इस समर्थन से क्रिकेट जगत में यह संदेश गया है कि खिलाड़ियों की फिटनेस का आकलन उनके खेल कौशल और मैदान पर प्रदर्शन से होना चाहिए, ताकि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनके खेल में न्याय मिले.