रोहित शर्मा नहीं बनना चाहते थे टेस्ट टीम का कप्तान, सौरव गांगुली ने किया खुलासा
Rohit Sharma :गांगुली ने रोहित की कप्तानी को शानदार बताया और उम्मीद जताई कि वह टीम की जरूरतों को प्राथमिकता देंगे. भारतीय क्रिकेट में कप्तानी हमेशा से एक चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी रही है, और रोहित ने इसे बखूबी निभाया है. अब देखना होगा कि इस सीरीज में उनकी भूमिका कैसी रहती है और क्या वह आने वाले समय में टेस्ट क्रिकेट में अपना प्रभाव और बढ़ा पाते हैं.

Rohit Sharma : 2022 की शुरुआत में, जब विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट की कप्तानी से इस्तीफा दिया, तो बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस जिम्मेदारी के लिए रोहित शर्मा का नाम आगे बढ़ाया. हालांकि, रोहित शर्मा इस भूमिका को लेने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं थे. इसकी वजह उनके ऊपर पहले से ही कई जिम्मेदारियों का होना था. उस समय रोहित तीनों प्रारूपों में भारतीय टीम का नेतृत्व कर रहे थे, और उन्होंने वर्कलोड के चलते टेस्ट कप्तानी को लेकर अनिच्छा जताई थी.
गांगुली ने रोहित को कैसे किया राजी
सौरव गांगुली ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि रोहित को टेस्ट कप्तान बनने के लिए राजी करना आसान नहीं था. उन्होंने रोहित को समझाया कि टेस्ट कप्तानी भारतीय क्रिकेट में एक अलग महत्व रखती है और यह उनकी क्रिकेट यात्रा को और खास बना सकती है. गांगुली ने रोहित से कहा, "टेस्ट कप्तान बने बिना अपना करियर खत्म मत करो."
रोहित का टेस्ट क्रिकेट में योगदान
सौरव गांगुली ने यह भी कहा कि उन्हें रोहित शर्मा के प्रदर्शन से कोई आश्चर्य नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि रोहित ने जिस तरह से तीनों प्रारूपों में कप्तानी की है, वह भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद सकारात्मक साबित हुआ है. हालांकि, अब टी20 से रोहित ने संन्यास ले लिया है और सूर्यकुमार यादव इस प्रारूप में टीम का नेतृत्व कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित की भूमिका पर सवाल
फिलहाल भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेल रही है. पांच मैचों की इस सीरीज में पहले टेस्ट के लिए रोहित शर्मा की उपलब्धता पर संदेह बना हुआ है. हाल ही में रोहित दूसरी बार पिता बने हैं, जिससे उनके ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
गांगुली की सलाह: कप्तानी को प्राथमिकता दें
सौरव गांगुली का मानना है कि रोहित को इस महत्वपूर्ण सीरीज में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी चाहिए. उन्होंने कहा, "अगर मैं रोहित की जगह होता, तो पर्थ टेस्ट खेलता. यह सीरीज रोहित का ऑस्ट्रेलिया में आखिरी दौरा हो सकता है. भारत को उनकी लीडरशिप की शुरुआत में ही जरूरत है."