रोहित शर्मा के साथ गलत न करो, हिटमैन के लिए गब्बर ने दिखाया प्यार
धवन की यह प्रतिक्रिया रोहित के प्रति उनके पुराने सहयोग और दोस्ती को दर्शाती है और यह बताती है कि असफलता के समय टीम को अपने कप्तान का समर्थन करना कितना आवश्यक है.

Shikhar Dhawan And Rohit शर्मा: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार का सामना करना पड़ा. न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की इस सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर इतिहास रच दिया, पहली बार भारतीय धरती पर टेस्ट सीरीज अपने नाम की. इस हार के साथ ही भारत को 12 साल बाद घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज में हार का झटका लगा, जिसके बाद रोहित की कप्तानी पर सवाल उठने लगे हैं. ऐसे में रोहित के साथी और पूर्व सलामी बल्लेबाज शिखर धवन उनके समर्थन में आगे आए हैं.
शिखर धवन, जो लंबे समय तक रोहित के साथ पारी की शुरुआत करते आए हैं, मानते हैं कि एक सीरीज हारने के बाद रोहित की कप्तानी पर सवाल उठाना अनुचित है. इंडिया टुडे से बातचीत में धवन ने कहा, "हम उस दबाव को महसूस नहीं करते हैं जिसका जिक्र किया जा रहा है. खेल में हार-जीत चलती रहती है, और हमें इसे सामान्य रूप में लेना चाहिए."
रोहित के लिए बोले धवन
धवन ने स्पष्ट किया कि रोहित शर्मा के नेतृत्व का मूल्यांकन केवल जीत या हार से करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा, "रोहित एक बेहतरीन कप्तान हैं और टीम के खिलाड़ी उनके नेतृत्व में खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं. टीम और कप्तान के बीच का यह जुड़ाव सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है." धवन ने यह भी जोड़ा कि टीम के खिलाड़ियों का रोहित के प्रति सम्मान और उनके नेतृत्व का तरीका टीम के लिए लाभकारी है.
न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत को बेंगलुरु में 8 विकेट से और पुणे में 113 रन से हार का सामना करना पड़ा. धवन का मानना है कि इस तरह की हार से टीम को सीखने का मौका मिलता है, न कि केवल आलोचना का. उन्होंने रोहित की लीडरशिप क्वालिटी पर विश्वास जताते हुए कहा कि यह हार केवल एक अस्थायी दौर है और आगे जाकर रोहित फिर से टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे.
अंतिम टेस्ट में टीम इंडिया को करना होगा परफार्म
धवन के समर्थन ने रोहित शर्मा के लिए एक सकारात्मक संदेश दिया है, जिसमें उनके अनुभव और नेतृत्व पर भरोसा जताया गया है. भारतीय टीम का अगला मुकाबला 1 से 5 नवंबर तक न्यूजीलैंड के खिलाफ मुंबई में है, जहां उन्हें अपनी पिछली हार को भुलाकर वापसी करने का मौका मिलेगा. इसके बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांच टेस्ट मैच खेलेगी, जिसमें रोहित की कप्तानी का एक और महत्वपूर्ण परीक्षण होगा.