Shane Warne: 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' से लेकर 700 टेस्ट विकेट तक... कहानी IPL जीतने वाले पहले कप्तान की
शेन वॉर्न केवल एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि क्रिकेट की दुनिया के 'जादूगर' थे. उनकी गेंदबाजी, करिश्माई पर्सनालिटी और उपलब्धियां क्रिकेट इतिहास में अमर रहेंगी.आज के ही दिन 4 मार्च 2022 को थाईलैंड में हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. उनके निधन की खबर ने क्रिकेट जगत को झकझोर कर रख दिया. वार्न को क्रिकेट इतिहास का सबसे महान लेग स्पिनर माना जाता है. उनकी गेंदबाजी कला को कोई दूसरा खिलाड़ी दोहरा नहीं पाया.

Shane Warne Death Anniversary Special Report: शेन वार्न सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि क्रिकेट की दुनिया का ऐसा अध्याय हैं, जिसे भुलाया नहीं जा सकता. उनका करियर उपलब्धियों, विवादों और करिश्माई स्पिन गेंदबाजी से भरा हुआ था. वार्न ने 1993 में 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' से लेकर 2007 में अपने करियर के अंत तक क्रिकेट प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया. उनकी गिनती क्रिकेट इतिहास के महानतम स्पिनरों में की जाती है.
शेन वार्न का पूरा नाम शेन कीथ वॉर्न है. उनका जन्म 13 सितंबर 1969 को ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में हुआ था. वार्न का शुरुआती जीवन मेलबर्न में बीता. बताया जाता है कि वे पहले फुटबॉल खेलते थे, लेकिन जब विक्टोरियन क्रिकेट सिस्टम में उन्हें मौका मिला तो उन्होंने स्पिन गेंदबाजी में खुद को निखारना शुरू कर दिया. उन्होंने भारत के खिलाफ 2 जनवरी 1992 को अपना टेस्ट डेब्यू किया. यहां से उनका जो सफर शुरू हुआ, वह 2007 तक जारी रहा.
शेन वार्न ने क्रिकेट करियर की शुरुआत कैसे की?
शेन वार्न ने भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन पहली पारी में उन्हें सिर्फ 1 विकेट मिला. हालांकि, 1993 के एशेज दौरे में 'बॉल ऑफ द सेंचुरी' डालकर उन्होंने क्रिकेट जगत में तहलका मजा दिया और अपनी अलग पहचान बना ली. इस एशेज सीरीज के बाद वे क्रिकेट जगत में एक सुपरस्टार बन गए.
शेन वार्न की ऐतिहासिक उपलब्धियां
- बॉल ऑफ द सेंचुरी (1993): 4 जून 1993 को इंग्लैंड के माइक गैटिंग के खिलाफ डाली गई गेंद ने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया. यह गेंद इतनी अधिक स्पिन हुई कि लेग स्टंप के बाहर पिच होकर ऑफ स्टंप पर जाकर लगी.
- 1999 विश्व कप जीत: वार्न 1999 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया की जीत के हीरो रहे. उन्होंने फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 4 विकेट लिए और मैन ऑफ द मैच बने.
- 700 टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड: वार्न टेस्ट क्रिकेट में 700 विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बने. उन्होंने 2006 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में इंग्लैंड के खिलाफ अपना 700वां विकेट लिया था.
- इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में राजस्थान रॉयल्स को चैंपियन बनाना (2008): आईपीएल के पहले सीजन में वार्न राजस्थान रॉयल्स के कप्तान और मेंटर बने. उनकी कप्तानी में राजस्थान ने पहला आईपीएल खिताब जीता.
विवादों से रहा गहरा नाता
वार्न का करियर सिर्फ उपलब्धियों से भरा नहीं था, बल्कि कुछ विवाद भी उनके साथ जुड़े रहे. साल 2023 के वर्ल्ड कप से ठीक पहले उन्हें डोपिंग टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद उन पर बैन लगा दिया गया. उनकी पर्सनल लाइफ भी काफी विवादों से भरी रही. इसमें उनके कई अफेयर और रिलेशनशिप चर्चा में रहे. उन्होंने 1994 में पाकिस्तान के सलीम मलिक पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था.
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शेन वार्न ने क्रिकेट से संन्यास कब लिया?
शेन वार्न ने टेस्ट क्रिकेट से 2007 में संन्यास लिया. वे 2011 तक आईपीएल और अन्य टी20 लीग खेले. संन्यास के बाद उन्होंने कमेंट्री और कोचिंग में हाथ आजमाया.
शेन वार्न का निधन कब हुआ?
शेन वार्न का आज के ही दिन 4 मार्च 2022 को थाईलैंड में हार्ट अटैक से निधन हो गया. उनके निधन की खबर ने क्रिकेट जगत को झकझोर कर रख दिया. वार्न को क्रिकेट इतिहास का सबसे महान लेग स्पिनर माना जाता है. उनकी गेंदबाजी कला को कोई दूसरा खिलाड़ी दोहरा नहीं पाया. उन्हें आईसीसी हॉल ऑफ फेम में भी शामिल किया गया.
कुल मिलाकर, शेन वॉर्न केवल एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि क्रिकेट की दुनिया के 'जादूगर' थे. उनकी गेंदबाजी, करिश्माई पर्सनालिटी और उपलब्धियां क्रिकेट इतिहास में अमर रहेंगी.