शतकवीर सरफराज ने मानी अपनी गलती, बताया क्यों ऋषभ पंत और उनके बीच हुई गलतफहमी
Sarfaraz Khan: सरफराज खान और ऋषभ पंत की ये साझेदारी भारतीय टीम के लिए निर्णायक साबित हुई, और फैंस को उनके जुझारूपन का एक बेहतरीन उदाहरण देखने को मिला.

Sarfaraz Khan: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जा रहे मैच के चौथे दिन सरफराज खान और ऋषभ पंत की शानदार शतकीय पारियों ने भारतीय टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया. इस साझेदारी ने न केवल फैंस का दिल जीत लिया, बल्कि भारतीय पारी को भी बड़े स्कोर तक पहुंचाया. हालांकि, इस दौरान एक ऐसी स्थिति आई, जहां ऋषभ पंत रन आउट होने के बेहद करीब पहुंच गए थे. इसके बाद दिन का खेल खत्म होने पर सरफराज खान ने इस घटना पर सफाई दी और अपनी गलती को स्वीकार किया.
सरफराज ने बताया कि उस पल की पूरी घटना कैसे हुई. उन्होंने कहा, "ऋषभ पंत एक दिन पहले चोटिल हो गया था, और उसे घुटने में दर्द था. हमने ड्रेसिंग रूम में यह तय किया था कि उसके साथ बल्लेबाजी करते समय हम सावधानी बरतेंगे. लेकिन जब मैंने चौथे दिन की पारी में एक शॉट खेला, उस समय मैं शतक के करीब था, और उसी उत्साह में मैंने पंत को दूसरे रन के लिए बुला लिया."
सरफराज ने आगे बताया, "जैसे ही हम पहला रन पूरा कर रहे थे, मुझे याद आया कि पंत के घुटने में दर्द है और वह पूरी तरह फिट नहीं है. इस एहसास के बाद मैंने तुरंत उसे दूसरे रन के लिए मना किया और चिल्लाकर रोका, लेकिन तब तक पंत मेरी ओर नहीं देख रहे थे. शुक्र है कि पंत सुरक्षित रहे और रन आउट नहीं हुए."
इस घटना के बाद सरफराज ने अपनी गलती मानते हुए कहा कि उन्होंने जल्दीबाजी में यह फैसला लिया, लेकिन पंत के साथ उनकी गलतफहमी के बावजूद दोनों ने शानदार पारी खेली. इस साझेदारी ने भारत को दूसरी पारी में 462 रनों के बड़े स्कोर तक पहुंचाने में मदद की, जिससे टीम को जीत के करीब ले जाने में अहम भूमिका निभाई.
यह घटना दिखाती है कि खेल के दौरान छोटी-छोटी गलतफहमियों के बावजूद, खिलाड़ी मैदान पर कैसे तालमेल बिठाते हैं और परिस्थितियों का सामना करते हैं. सरफराज और पंत की इस साझेदारी ने भारतीय टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया, और यह दोनों खिलाड़ियों के बीच की समझ का बेहतरीन उदाहरण था.