'मैं कहीं नहीं जा रहा...', रोहित शर्मा के बयान पर क्या विचार करेगी BCCI या खत्म हो जाएगा करियर?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में रोहित शर्मा के प्लेइंग इलेवन का हिस्सा न बनने के बाद कई लोग अटकलें लगा रहे थे कि रोहित शर्मा का टेस्ट करियर खत्म हो गया है. हालांकि, रोहित ने खुद बताया कि वे कहीं नहीं जा रहे हैं. वे अभी क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे. हालांकि, बीसीसीआई उनके इस बयान को गंभीरता से नहीं ले रही है. भविष्य की योजनाएं बनाते समय बोर्ड उनके बयान पर विचार नहीं करेगी.
Rohit Sharma Test Career: ऑस्ट्रेलिया के हाथों बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा सवालों के घेरे में हैं. उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. उन्होंने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह से भी कम रन बनाए. हालात इस कदर खराब हो गए थे कि रोहित को खुद को सिडनी में खेले गए पांचवें और अंतिम टेस्ट से बाहर करना पड़ा. उनकी जगह बुमराह ने टीम की कप्तानी संभाली. इसके बाद से कयास लगाए जाने लगे थे कि रोहित का शायद टेस्ट करियर खत्म हो गया, लेकिन रोहित ने कहा कि सिडनी टेस्ट से बाहर होने का मतलब यह नहीं था कि वे संन्यास लेने जा रहे हैं. हालांकि, बीसीसीआई ने उनके इस बयान को नजरअंदाज कर दिया है.
रोहित ने कहा कि वे टीम से बाहर इसलिए हुए थे, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि टीम में बहुत से आउट ऑफ फॉर्म बल्लेबाज हों. बीसीसीआई के नए सचिव देवजीत सैंकिया 12 जनवरी को विशेष आम बैठक यानी एसजीएम में रोहित के भविष्य जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, सैंकिया एसजीएम में टीम मैनेजमेंट और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर के साथ भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करने वाले हैं. हालांकि, इस दौरान रोहित शर्मा के दिए बयान 'मैं कही नहीं जा रहा हूं' को ध्यान में नहीं रखा जाएगा.
रोहित को लेना होगा फैसला
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि रोहित यह देखने के लिए इंतजार कर रहे थे कि क्या भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बना सकता है. अब, जबकि भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप से बाहर हो गया है तो, यह वास्तव में उन पर निर्भर करता है कि वे टेस्ट में खेलना जारी रखते हैं या नहीं, लेकिन यह निर्णय अजित अगरकर और उनकी चयन समिति पर निर्भर करेगा.
बीसीसीआई के एक पूर्व पदाधिकारी का कहना है कि लोग सोशल मीडिया पर गोट हो सकते हैं, लेकिन देश में क्रिकेट तो बीसीसीआई को ही चलाना है और ऐसा दिखना भी चाहिए. इसलिए अब कड़ा संदेश देने की जरूरत है, जिससे कोई भी खिलाड़ी खुद को खेल से बड़ा न समझे. अब नई टीम बनाने की जरूरत है. मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर की चयन समिति को नए सचिव को बुलाना चाहिए और सख्त संदेश देना चाहिए.
रोहित ने 5 पारियों में बनाए महज 31 रन
बता दें कि रोहित शर्मा ने पांच पारियों में 6.20 की औसत के साथ 31 रन बनाए थे. उनके अधिक रन आकाश दीप और बुमराह ने बनाए थे. रोहित के साथ ही विराट कोहली भी पर्थ टेस्ट में शतक लगाने के बाद फ्लॉप ही रहे. उनके बल्ले से 9 पारियों में 23.75 की औसत से 190 रन ही निकले. शुभमन गिल का भी बल्ला खामोश रहा. उन्होंने 18.60 की औसत से पांच पारियों में 93 रन बनाए.





