पाकिस्तान ने इस पूर्व दिग्गज क्रिकेटर से कर दिया खेला, पाक की नापाक करतूत से क्रिकेट जगत में मची सनसनी
Gary Kirsten : गैरी कर्स्टन का पाकिस्तान क्रिकेट से अलग होना इस बात का प्रमाण है कि PCB के भीतर काम करने का माहौल किस हद तक तनावपूर्ण और अव्यवस्थित हो सकता है.

Gary Kirsten: गैरी कर्स्टन, जिनकी कोचिंग में भारत ने 2011 का वर्ल्ड कप जीता था, आज उन्हीं के खिलाफ पाकिस्तान में एक ऐसी साजिश रची गई कि उन्हें मजबूरन पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हेड कोच पद से इस्तीफा देना पड़ा. क्रिकेट जगत में कर्स्टन का नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है. लेकिन पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की कथित रणनीति और अनुबंध उल्लंघन के कारण कर्स्टन को अपनी नयी भूमिका छोड़नी पड़ी. यह घटना क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच चर्चा का विषय बन गई है.
PCB ने तोड़ा कर्स्टन के साथ वादा
कर्स्टन को PCB द्वारा इस बात का आश्वासन दिया गया था कि उन्हें चयन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका दी जाएगी. उन्हें खिलाड़ियों को चुनने के अधिकार देने का वादा किया गया था, जिससे उन्हें पाकिस्तान टीम को मजबूती प्रदान करने में मदद मिलती. हालांकि, जैसे ही कर्स्टन ने अपनी योजनाओं को लागू करने का काम शुरू किया, PCB ने उन्हें इस वादे से वंचित कर दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कर्स्टन ने आने वाले टूर्नामेंट्स, जैसे कि जिम्बाब्वे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज, के लिए पूरी तैयारी की थी. इसके बावजूद PCB ने उनके सुझावों की अनदेखी करते हुए अपनी पसंद के खिलाड़ियों का चयन कर लिया.
इस्तीफा देने पर मजबूर हुए गैरी कर्स्टन
पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, PCB ने जानबूझकर कर्स्टन के खिलाफ नकारात्मक माहौल तैयार किया ताकि वह पद छोड़ने को मजबूर हो जाएं. जिओ न्यूज के पत्रकारों का दावा है कि PCB का इरादा कर्स्टन को पद से हटाने का था और इसके लिए उन्होंने ऐसा माहौल बनाया कि कर्स्टन स्वयं ही इस्तीफा दे दें. कर्स्टन के अचानक हटने से क्रिकेट प्रेमियों में नाराजगी फैल गई है और PCB के कार्य करने के तरीके पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
गैरी कर्स्टन: एक सफल कोच का नाम
गैरी कर्स्टन की कोचिंग में भारतीय टीम ने न सिर्फ वर्ल्ड कप जीता बल्कि कई बेहतरीन प्रदर्शन किए. उनके मार्गदर्शन में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, और एमएस धोनी जैसे खिलाड़ी नई ऊँचाइयों पर पहुंचे. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की टीम के कोच के रूप में भी कई सफलताएं अर्जित कीं और विभिन्न आईपीएल टीमों को कोचिंग देकर अपनी योग्यता का प्रमाण दिया.
PCB के फैसले पर सवाल
गैरी कर्स्टन जैसी शख्सियत का इस तरह से जाना PCB की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है. क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि PCB का इस तरह का रवैया न केवल कोचों के प्रति असम्मान को दर्शाता है बल्कि उनकी नीतियों में पारदर्शिता की भी कमी है. इस घटना से पाकिस्तान क्रिकेट की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है और भविष्य में अन्य अंतर्राष्ट्रीय कोच PCB के साथ जुड़ने से पहले कई बार सोचेंगे.