IND vs NZ: पुणे टेस्ट से पहले न्यूजीलैंड को फिर लगा बड़ा झटका, केन विलियमसन दूसरे मैच से भी बाहर
IND vs NZ: न्यूजीलैंड की टीम के सामने भारत में टेस्ट सीरीज जीतने का एक कठिन लेकिन महत्वपूर्ण अवसर है, और ऐसे में विलियमसन का फिट न होना टीम के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है.

IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले से पहले न्यूजीलैंड की टीम को एक और बड़ा झटका लगा है. टीम के अनुभवी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान केन विलियमसन, जो पहले टेस्ट से बाहर थे, अब पुणे में होने वाले दूसरे टेस्ट में भी नहीं खेल पाएंगे. उनकी ग्रोइन इंजरी अब तक पूरी तरह ठीक नहीं हो पाई है. यह चोट उन्हें हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज के दौरान लगी थी. न्यूजीलैंड की टीम को उम्मीद थी कि वह दूसरे टेस्ट से पहले फिट हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और अब वह अपनी रिकवरी के लिए न्यूजीलैंड में ही रहेंगे.
कोच गैरी स्टीड का बयान
न्यूजीलैंड के हेड कोच गैरी स्टीड ने जानकारी दी कि विलियमसन फिलहाल रिहैब प्रक्रिया से गुजर रहे हैं और उनकी चोट में सुधार हो रहा है, लेकिन वह अभी पूरी तरह से टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए तैयार नहीं हैं. स्टीड ने कहा कि वह विलियमसन की वापसी को लेकर जल्दबाजी में नहीं हैं और उन्हें पूरी तरह से फिट होने के लिए समय दिया जा रहा है. कोच ने उम्मीद जताई है कि विलियमसन तीसरे टेस्ट तक फिट हो सकते हैं, जो टीम के लिए राहत की बात हो सकती है.
न्यूजीलैंड को बड़ा झटका
केन विलियमसन का टीम में न होना न्यूजीलैंड के लिए एक बड़ा झटका है. उनकी गैरमौजूदगी में टीम को भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेलना और भी मुश्किल हो सकता है. न्यूजीलैंड के पास भारत में टेस्ट सीरीज जीतने का सुनहरा मौका था, लेकिन विलियमसन के अनुभव की कमी टीम को भारी पड़ सकती है. खासकर एशियाई परिस्थितियों में विलियमसन का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है, जहां उन्होंने 24 टेस्ट मैचों में 48.85 की औसत से रन बनाए हैं. हालांकि, भारत में उनका रिकॉर्ड थोड़ा कमजोर रहा है, जहां उन्होंने 8 टेस्ट में 33.53 की औसत से रन बनाए हैं, फिर भी उनका अनुभव टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण होता.
तीसरे टेस्ट में संभावित वापसी
हालांकि, कोच और टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि केन विलियमसन तीसरे टेस्ट तक फिट हो जाएंगे और मैदान पर वापसी करेंगे. फिलहाल टीम को दूसरे टेस्ट में उनकी गैरमौजूदगी का सामना करना होगा, जहां उन्हें अपने अन्य सीनियर खिलाड़ियों पर निर्भर रहना होगा.