बाबर की जगह शामिल होने वाले खिलाड़ी ने डेब्यू में जड़ दिया शतक, विरोधियों को दिया जवाब
kamran Ghulam : मुल्तान टेस्ट में मिले इस मौके ने कामरान को खुद को साबित करने का बेहतरीन अवसर दिया और उन्होंने इसे पूरी तरह भुनाया. अब उनकी यह पारी पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो चुकी है और उन्होंने यह संदेश दे दिया है कि वह भविष्य में बाबर आजम जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के विकल्प के रूप में टीम में अपनी जगह बना सकते हैं.

Kamran Ghulam : पाकिस्तान के युवा बल्लेबाज कामरान गुलाम ने मुल्तान में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में इतिहास रच दिया है. उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में शानदार शतक जमाकर न सिर्फ टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला बल्कि खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साबित भी किया. कामरान की इस उपलब्धि को और भी खास बनाता है कि उन्हें यह मौका पाकिस्तान के स्टार खिलाड़ी बाबर आजम की जगह प्लेइंग इलेवन में मिला था. बाबर की जगह टीम में शामिल किए गए कामरान पर जबरदस्त दबाव था, लेकिन उन्होंने अपने पहले ही मैच में शतक लगाकर इस दबाव को अवसर में बदल दिया.
दबाव में की शानदार बल्लेबाजी
कामरान गुलाम की सेंचुरी तब आई जब पाकिस्तान की टीम मुश्किल दौर से गुजर रही थी. मुल्तान टेस्ट के पहले ही सेशन में पाकिस्तान ने अपने दो प्रमुख बल्लेबाज अब्दुल्लाह शफीक और शान मसूद के विकेट गंवा दिए थे. शुरुआती 10 ओवरों में ही टीम 20 रनों पर 2 विकेट खो चुकी थी और टीम पर संकट के बादल मंडरा रहे थे. ऐसे में, कामरान ने मैदान पर कदम रखा और आते ही अपने इरादे स्पष्ट कर दिए.
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपने 15वें गेंद पर छक्का जमाकर बता दिया कि वह इस मौके को पूरी तरह भुनाना चाहते हैं. उन्होंने शतक तक पहुंचने के सफर में संयम और आक्रमण का बेहतरीन संतुलन बनाए रखा. 104 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद, उन्होंने अंततः शानदार अंदाज में शतक जमाया.
सैम अय्यूब के साथ शतकीय साझेदारी
कामरान ने तीसरे विकेट के लिए सैम अय्यूब के साथ महत्वपूर्ण शतकीय साझेदारी की, जिसने पाकिस्तान की पारी को स्थिरता दी. सैम अय्यूब ने 77 रन बनाए और उनकी और कामरान की साझेदारी ने पाकिस्तान को शुरुआती झटकों से उबारा. जब सैम का विकेट गिरा, तब भी कामरान ने धैर्य बनाए रखा और क्रीज पर डटे रहे. उनके इस प्रदर्शन ने पाकिस्तान को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला और उन्हें मजबूती से खड़ा किया.