'भारतीयों का बल्ला देखते हैं और उनसे...', अपनी टीम पर बुरी तरह भड़का पाक का पूर्व कप्तान
भारत और पाकिस्तान के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में आमना-सामना 23 फरवरी को होगा, लेकिन उससे पहले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को बड़ी नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि मैदान पर बहुत ज़्यादा दोस्ताना व्यवहार करना कमजोरी की निशानी मानी जाती है. इससे आपका प्रदर्शन प्रभावित होता और आप दबाव में आ जाते हैं.

India Vs Pakistan: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 अगले महीने 19 तारीख से शुरू होने जा रही है. भारत और पाकिस्तान का हाईवोल्टेज मैच 23 फरवरी को दुबई में खेला जाएगा. इस मैच को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. हालांकि, इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने अपनी टीम के खिलाड़ियों का बड़ी नसीहत दी है.
मोईन खान ने पाकिस्तानी टीम को सलाह दी है कि वे मैदान पर भारतीय खिलाड़ियों से दोस्ती न करे. उनके साथ दोस्ताना व्यवहार पाकिस्तान के लिए उलझन वाली बात होगी.
'भारतीय खिलाड़ी के बल्ले की जांच करते हैं हमारे खिलाड़ी'
पाक के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज मोईन खान टीम के मुख्य कोच और चयनकर्ता भी रहे हैं. उन्होंने अभिनेत्री उषा शाह द्वारा होस्ट किए गए पॉडकास्ट के दौरान कहा कि जब मैं इन दिनों पाकिस्तान और भारत के मैच देखता हूं तो मुझे समझ में नहीं आता कि जैसे ही भारतीय खिलाड़ी क्रीज पर आते हैं, हमारे खिलाड़ी उनके बल्ले की जांच करते हैं, उन्हें थपथपाते हैं और दोस्ताना बातचीत करते हैं.
'हमारे खिलाड़ियों का व्यवहार समझ से परे'
मोईन खान ने कहा कि आजकल, भारत के खिलाफ खेलते समय हमारे खिलाड़ियों का व्यवहार मेरे लिए समझ से परे है. यहां तक कि पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर मैदान के बाहर भी आपको कुछ सीमाएं रखनी होती हैं. उन्होंने कहा कि विरोधी खिलाड़ियों का सम्मान करने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि उनके साथ बहुत दोस्ताना व्यवहार करना हानिकारक हो सकता है.
'भारत को कोई रियायत नहीं देनी चाहिए'
मोईन ने कहा कि हमारे सीनियर्स ने हमेशा हमें बताया कि भारत के खिलाफ खेलते समय उन्हें कोई रियायत नहीं देनी चाहिए. मैदान पर उनसे बात करने की भी जरूरत नहीं है. जब आप दोस्ताना व्यवहार करते हैं, तो वे इसे कमजोरी की निशानी मानते हैं.
मोईन भारत के खिलाफ अपने आक्रामक तेवरों के लिए जाने जाते थे. कई बार उनकी भारतीय खिलाड़ियों से बहस हुई है. हालांकि, उनका दावा है कि उनके समय के कुछ भारतीय खिलाड़ियों के लिए उनके मन में बहुत सम्मान है. उन्होंने कहा कि मैदान पर बहुत ज़्यादा दोस्ताना व्यवहार करना कमज़ोरी की निशानी मानी जाती है और आप अपने प्रदर्शन में अपने आप दबाव में आ जाते हैं.
'भारत को वनडे वर्ल्डकप में न हरा पाने का है अफसोस'
मोइन के अनुसार, उनकी पीढ़ी के खिलाड़ियों का सबसे बड़ा अफ़सोस यह है कि वे अभी भी वनडे विश्व कप के किसी भी मैच में भारत को नहीं हरा पाए हैं. 219 वनडे और 69 टेस्ट मैचों में हिस्सा लेने वाले मोइन ने कहा कि भारत और पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी जीतने की दो सबसे पसंदीदा टीमें हैं.