IND vs NZ : गिल-पंत की जोड़ी पार लगाएगी भारत की नैया, दूसरे दिन करना होगा इंडिया को करना होगा चमत्कार
IND vs NZ Third test 2nd Day : यदि गिल और पंत अपनी लय बरकरार रखते हैं, तो भारत के पास मुकाबले में वापसी का अच्छा मौका है. दोनों का प्रदर्शन मैच की दिशा तय करेगा और भारतीय फैंस को उनसे एक यादगार पारी की उम्मीद है.

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा रहा है. टीम इंडिया इस निर्णायक मुकाबले में फिलहाल मुश्किलों में नजर आ रही है. पहले दिन के अंत तक भारतीय टीम ने अपनी पकड़ खो दी, जहां उनका स्कोर चार विकेट के नुकसान पर 86 रन था. इससे पहले टीम 78/1 पर मजबूती से खड़ी थी, लेकिन अंतिम दस मिनट में तीन विकेट गिरने से भारतीय टीम दबाव में आ गई.
न्यूज़ीलैंड की पहली पारी में 235 रन बनाने के बाद भारत अब भी 149 रन पीछे है. इस स्थिति में दूसरे दिन शुभमन गिल और ऋषभ पंत से भारत को बड़ी पारियों की उम्मीद है. दोनों खिलाड़ियों के पास टीम को संकट से निकालने और मुकाबले को अपने पक्ष में मोड़ने की क्षमता है. 2021 में गाबा में ऐतिहासिक जीत के दौरान गिल और पंत ने अपने दम पर भारत को जीत की राह पर लाने में अहम भूमिका निभाई थी, हालांकि तब दोनों बल्लेबाज शतक से चूक गए थे.
गिल-पंत की आक्रामक शुरुआत की जरूरत
दूसरे दिन की शुरुआत ऋषभ पंत ने बेहतरीन तरीके से की, जब उन्होंने एजाज पटेल की शुरुआती गेंदों पर लगातार चौके जड़ दिए. इस आक्रामक शुरुआत ने भारतीय फैंस को उम्मीद दी है कि पंत और गिल अपनी पारी को लंबे समय तक टिकाए रख सकते हैं. यदि दोनों बल्लेबाज पहले सत्र में टिकने में कामयाब होते हैं, तो टीम इंडिया न्यूज़ीलैंड के स्कोर के नजदीक पहुंच सकती है और दबाव को कम कर सकती है.
न्यूज़ीलैंड का मकसद भारतीय पारी को जल्दी समेटना
न्यूज़ीलैंड की टीम भी जानती है कि यदि वे भारतीय पारी को जल्दी समेटने में कामयाब होते हैं तो उनके पास इस टेस्ट मैच में बढ़त हासिल करने का शानदार मौका होगा. वानखेड़े की पिच स्पिनरों के लिए अनुकूल है, इसलिए कीवी गेंदबाजों की कोशिश भारत की बल्लेबाजी को जल्दी समाप्त करने की होगी.
भारत के लिए सीरीज बचाने की चुनौती
तीन मैचों की इस सीरीज में भारत पहले ही 0-2 से पीछे है और अब तीसरा टेस्ट जीतकर क्लीन स्वीप से बचने की कोशिश में है. लंबे समय से भारत अपने घरेलू मैदान पर वाइटवॉश नहीं हुआ है, इसलिए टीम इस प्रतिष्ठा को बनाए रखना चाहेगी. गिल और पंत पर बड़ी जिम्मेदारी होगी कि वे भारत को इस मुश्किल स्थिति से निकालें और टीम को जीत के करीब ले जाएं.