'हाई रिस्क, हाई रिवॉर्ड...', प्लेयर्स को गौतम गंभीर का सक्सेस मंंत्र
Gautam Gambhir: गौतम गंभीर का यह दृष्टिकोण भारतीय टेस्ट क्रिकेट के पारंपरिक रवैये से थोड़ा हटकर है। जहां पहले टीम धीरे-धीरे खेलने और रक्षात्मक रवैया अपनाने पर जोर देती थी, अब गंभीर की सोच इस बात पर केंद्रित है कि कैसे खिलाड़ियों को स्वाभाविक रूप से खेलने दिया जाए, ताकि वे खेल का पूरा आनंद ले सकें और टीम के लिए भी अधिकतम परिणाम ला सकें.

Gautam Gambhir: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने हाल ही में अपनी टेस्ट टीम को एक सशक्त संदेश दिया, जिसमें उन्होंने ‘हाई रिस्क, हाई रिवॉर्ड’ की रणनीति पर जोर दिया है. गंभीर ने साफ किया कि वह अपने बल्लेबाजों को टेस्ट क्रिकेट में स्वाभाविक खेल खेलने की पूरी छूट देंगे, भले ही इसका परिणाम कभी-कभी कम स्कोर पर आउट होने में क्यों न हो. यह दृष्टिकोण उनके अनुसार टीम को आगे बढ़ाने और नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का तरीका है.
हाल ही में भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर टेस्ट में इस रणनीति का परिचय दिया. भारी बारिश के कारण दो दिन का खेल बर्बाद होने के बावजूद भारतीय टीम ने यह मैच सात विकेट से जीता, जिससे यह साबित हुआ कि टीम 'हाई रिस्क' गेम प्लान को अपनाने के बावजूद सफल हो सकती है.
‘हाई रिस्क, हाई रिवॉर्ड’
गौतम गंभीर ने टेस्ट क्रिकेट में इस आक्रामक दृष्टिकोण की व्याख्या करते हुए कहा, “क्यों हम खिलाड़ियों को रुकने की आवश्यकता महसूस करें? यदि वे अपना स्वाभाविक खेल खेल सकते हैं, और एक दिन में 400-500 रन बना सकते हैं, तो क्यों नहीं? हम इसे इसी तरह खेलेंगे — हाई रिस्क, हाई रिवॉर्ड, हाई रिस्क, हाई फेल्योर.”
यह स्पष्ट है कि गंभीर चाहते हैं कि उनकी टीम बिना किसी भय के खेले और बड़े स्कोर की तरफ ध्यान दे, चाहे कभी-कभी इसका परिणाम विपरीत क्यों न हो. "ऐसे दिन भी आएंगे जब हम 100 रन पर सिमट जाएंगे, और तब हम इस स्थिति को स्वीकार करेंगे. लेकिन हम अपने खिलाड़ियों को हमेशा समर्थन देंगे कि वे मैदान पर जाकर आक्रामक क्रिकेट खेलें," गंभीर ने आगे कहा.