मोईन अली ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास, बताई बड़ी वजह
मोईन ने खुलासा किया कि क्रिकेट बोर्ड ने उनसे कहा है कि उन्होंने इंग्लैंड के लिए काफी क्रिकेट खेल लिया है और अब अगली पीढ़ी को मौका देने का समय आ गया है।

इंग्लैंड के दिग्गज ऑलराउंडर मोईन अली ने इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने 10 साल के लंबे करियर के बाद अपने रिटायरमेंट के ऐलान के पीछे उम्र को एक बड़ी वजह बताई है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी वनडे और टी20 सीरीज के लिए न चुना जाना भी उनके इस फैसले का कारण बना।
37 साल के हो गए मोईन
मोईन ने एक इंटरव्यू में कहा कि वह 37 साल के हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने खुलासा किया कि बोर्ड ने उनसे कहा है कि उन्होंने इंग्लैंड के लिए काफी क्रिकेट खेल लिया है और अब अगली पीढ़ी को मौका देने का समय आ गया है। यही वजह है कि उन्हें यह फैसला लेने का सही समय लगा।
न चाहकर भी लिया संन्यास?
मोईन ने संन्यास के बाद जो बयान दिए हैं, उससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह अभी अपने करियर को जारी रखना चाहते थे लेकिन टीम की मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए उन्होंने रिटायरमेंट का फैसला किया। उन्होंने कहा कि उनमें अभी भी खेलने की क्षमता बची हुई है और इंग्लैंड के लिए कुछ साल तक खेल सकते थे। हालांकि, टीम को आने वाले समय के लिए तैयार होना है। ऐसे में उन्होंने प्रैक्टिकल रहते हुए यह फैसला किया। यहां बता दें कि मोईन फ्रेंचाइज क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे।
आपके इम्पैक्ट को भूल जाते हैं लोग
दिग्गज क्रिकेटर ने अपने इंटरव्यू में कहा, ''लोग गेम में आपके इम्पैक्ट को भूल जाते हैं। आप भले 20 या 30 रन बनाते हैं लेकिन वह जरूरी रन होते हैं। मेरे लिए हमेशा से गेम में इम्पैक्ट डालना महत्वपूर्ण रहा है। मुझे पता है कि मैंने इंग्लैंड की टीम के लिए क्या किया है। जब तक मुझे लगा लोग मेरे खेलने से खुश हैं, मैं उसी से खुश था।''
कोचिंग की जताई इच्छा
मोईन अली फिलहाल कैरेबियन प्रीमियर लीग में गयाना अमेजॉन वॉरियर्स की ओर से खेल रहे हैं। उन्होंने कुछ समय तक फ्रेंचाइज क्रिकेट खेलने के बाद कोचिंग की इच्छा जताई है। मोईन के अनुसार, वह कोचिंग बेस्ट बनना चाहते हैं और यह काम ब्रैंडन मैक्कुलम से सीख सकते हैं।
मोईन अली का करियर
मोईन अली ने 2014 में वेस्टइंडीज दौरे पर वनडे मैच से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसी दौरे पर उन्होंने टी20 में डेब्यू किया। फिर कुछ महीने बाद ही श्रीलंका के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने इंग्लैंड के लिए कुल 6,678 रन बनाने के साथ 366 विकेट भी चटकाए। इस दौरान उन्होंने 8 शतक और 28 अर्धशतक जड़े।