भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतते ही ICC से भिड़ गया पाकिस्तान, कहा- मेजबान देश को ही दरकिनार कर दिया
भारत के चैंपियंस ट्रॉफी जीतते ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ICC से भिड़ गया. उसने आईसीसी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. पीसीबी के प्रवक्ता ने आईसीसी से स्पष्टीकरण और सार्वजनिक माफी की मांग की. उन्होंने कहा कि हम इस बात से निराश हैं कि टूर्नामेंट निदेशक और पीसीबी चेयरमैन के नामित प्रतिनिधि होने के बावजूद सैयद को नजरअंदाज किया गया. यह आईसीसी की मानक संचालन प्रक्रिया का उल्लंघन है. '' आखिर पूरा मामला क्या है? आइए, आपको विस्तार से समझाते हैं...

PCB Vs ICC: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के बाद हुए पुरस्कार वितरण समारोह में अपने अधिकारी को नजरअंदाज किए जाने पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज की है. पीसीबी के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) और टूर्नामेंट के निदेशक सुमैर अहमद सैयद फाइनल मैच में उपस्थित थे, लेकिन उन्हें समारोह में मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया.
बता दें कि समारोह के दौरान बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने भारतीय खिलाड़ियों को सफेद कोट और मैच अधिकारियों को मेडल प्रदान किए, जबकि आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने कप्तान रोहित शर्मा को ट्रॉफी सौंपी. इस दौरान मंच पर पाकिस्तान की ओर से कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं था. इस स्थिति पर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शोएब अख्तर ने भी नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने सवाल उठाया कि मेजबान होने के बावजूद पीसीबी का कोई प्रतिनिधि मंच पर क्यों नहीं था.
'यह आईसीसी की मानक संचालन प्रक्रिया का उल्लंघन है'
पीसीबी के प्रवक्ता ने इस घटना को पाकिस्तान की मेजबानी की भूमिका की स्पष्ट अवहेलना बताया और आईसीसी से स्पष्टीकरण और सार्वजनिक माफी की मांग की. उन्होंने कहा, "हम इस बात से निराश हैं कि टूर्नामेंट निदेशक और पीसीबी चेयरमैन के नामित प्रतिनिधि होने के बावजूद सैयद को नजरअंदाज किया गया. यह आईसीसी की मानक संचालन प्रक्रिया का उल्लंघन है. यह सिद्धांत, निष्पक्षता और खेल के वैश्विक हितधारकों के प्रति सम्मान का मामला है."
पीसीबी के आरोपों पर आईसीसी ने क्या कहा?
आईसीसी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुरस्कार समारोह में केवल मेजबान बोर्ड के प्रमुख, जैसे अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, चेयरमैन या सीईओ को ही आमंत्रित किया जाता है. अन्य बोर्ड अधिकारी, चाहे वे आयोजन स्थल पर मौजूद हों, मंच की कार्यवाही का हिस्सा नहीं होते हैं. इस प्रोटोकॉल का सभी टूर्नामेंटों में लगातार पालन किया गया है. यह केवल चैंपियंस ट्रॉफी तक ही सीमित नहीं है. मंच पर पीसीबी अधिकारी की अनुपस्थिति केवल बोर्ड के नामित प्रतिनिधि की अनुपस्थिति के कारण थी.
पीसीबी ने आईसीसी की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नकवी को आधिकारिक रूप से समारोह के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वे दुबई की यात्रा नहीं कर सके. पीसीबी ने इस घटना को 'दोहरे मानदंड और चयनात्मक प्रशासन' का उदाहरण बताते हुए आईसीसी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने पूर्ण सार्वजनिक स्पष्टीकरण और आश्वासन की मांग की है कि भविष्य में ऐसी पक्षपाती और अन्यायपूर्ण घटनाएं नहीं होंगी.
'यह केवल एक पुरस्कार वितरण समारोह का मामला नहीं है'
पीसीबी ने कहा है कि यह केवल एक पुरस्कार वितरण समारोह का मामला नहीं है, बल्कि यह सम्मान, अखंडता और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में निष्पक्ष प्रशासन के मौलिक सिद्धांतों का मामला है. उन्होंने आईसीसी से पेशेवरता, पारदर्शिता और समान प्रतिनिधित्व की उम्मीद जताई है.