भारतीय हॉकी टीम ने चीन को उसके घर में रौंदा, जीती एशियन चैंपियंस ट्रॉफी
पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद भारतीय टीम की यह बड़ी उपलब्धि है। इस टूर्नामेंट में कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया था।

भारत की एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में बादशाहत बरकरार है। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से हरा दिया है। इसके साथ ही भारत ने रिकॉर्ड 5वीं बार ट्रॉफी पर कब्जा किया।
जुगराज सिंह ने किया गोल
छठी बार फाइनल खेलने उतरी भारतीय टीम की ओर से इकलौता गोल जुगराज सिंह ने किया। भारत की ओर से यह गोल चौथे क्वार्टर में आया। जुगराज ने मैच के 51वें मिनट में फील्ड गोल दागा। टीम इंडिया डिफेंडिंग चैंपियन की हैसियत से टूर्नामेंट में उतरी थी। भारतीय टीम ने अजेय रहते हुआ अपना खिताब बरकरार रखा है।
भारत के लिए बड़ी उपलब्धि
पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद भारतीय टीम की यह बड़ी उपलब्धि है। इस टूर्नामेंट में कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया था। दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश के बगैर भारतीय टीम पहला इंटरनेशनल टूर्नामेंट खेल रही थी।
सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को दी थी मात
बता दें, भारत ने अजेय रहते हुए फाइनल में प्रवेश किया था। हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को जबकि चीन ने पाकिस्तान को हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनाई थी। भारत ने लीग में अपने सभी पांचों मैच जीते थे जिसमें चीन के खिलाफ 3-0 की जीत भी शामिल है।
पहली बार फाइनल में थी चीन की टीम
चीन की टीम को पहली बार फाइनल का टिकट मिला था। दोनों टीमें एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में 7वीं बार भिड़ी थीं। इससे पहले 6 में से 5 बार भारत विजयी रहा था जबकि एक मैच में चीन जीता था। चीन ने 2006 में भारत को हराया था। शुरुआती तीन क्वार्टर में दोनों टीमों ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया।
भारत-चीन का रोड टू फाइनल
भारत ने लीग के अपने पहले मैच में चीन को 3-0 से हराया था जबकि जापान को 5-1 तो मलेशिया को 8-1 से रौंदा था। भारत ने साउथ कोरिया को 3-1 से मात दी थी जबकि सेमीफाइनल में फिर इंडिया ने कोरिया को 4-1 से धोया। चीन को लीग में 2 मैचों में जीत मिली थी जबकि 3 मुकाबले उसने गंवाए थे। सेमीफाइनल में शूटआउट में पाकिस्तान को पस्त कर चीन ने फाइनल में जगह बनाई थी।