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आखिर शेर को ही क्यों बनाया मां दुर्गा ने अपना वाहन? जानिए इससे जुड़ी रोचक कथा

मां दुर्गा की हर प्रतिमा और मंदिर में उन्हें शेर पर सवार दिखाया जाता है. पर क्या आपने कभी सोचा है कि मां दुर्गा की सवारी शेर ही क्यों है? आइए जानते हैं इससे जुड़ी पौराणिक मान्यताओं के बारे में

आखिर शेर को ही क्यों बनाया मां दुर्गा ने अपना वाहन? जानिए इससे जुड़ी रोचक कथा
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( Image Source:  meta ai )
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 5 Oct 2024 8:30 PM IST

Shardiya Navratri 2024: नवरात्रि 2024 का त्योहार पूरे भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है. 9 दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान भक्त मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा करते हैं. खास बात यह है किमां दुर्गा की हर प्रतिमा और मंदिर में उन्हें शेर पर सवार दिखाया जाता है. पर क्या आपने कभी सोचा है कि मां दुर्गा की सवारी शेर ही क्यों है? इसके पीछे पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हैं, जो मां दुर्गा के शेर पर सवार होने की कहानी बताती हैं.

पौराणिक मान्यता: शेर क्यों बना मां दुर्गा की सवारी?

मां दुर्गा को नौ रूपों में पूजा जाता है और हर रूप की अपनी एक अलग सवारी मानी जाती है. परंतु, मां दुर्गा की मूल सवारी शेर मानी जाती है. इसके पीछे की कहानी माता पार्वती से जुड़ी है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, एक बार शिव जी ने माता पार्वती को "काली" कहकर चिढ़ा दिया, जिससे नाराज होकर माता कैलाश पर्वत छोड़कर चली गईं और कठोर तपस्या करने लगीं.

शेर कैसे बना मां दुर्गा की सवारी?

जब माता पार्वती तपस्या कर रही थीं, तो एक भूखा शेर वहां पहुंचा. शेर ने मां को देखा और बिना कुछ किए वहां बैठ गया. मां की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें गोरी होने का वरदान दिया. जब माता स्नान कर वापस आईं, तो वहां बैठा शेर भी उनके साथ जुड़ गया. माता ने उसकी निष्ठा को देखकर उसे अपनी सवारी के रूप में स्वीकार कर लिया. तब से शेर को मां दुर्गा की प्रिय सवारी माना जाने लगा.

नवरात्रि के तीसरे दिन: मां चंद्रघंटा की पूजा

05 अक्टूबर 2024 को नवरात्रि का तीसरा दिन है, और इस दिन मां दुर्गा के तीसरे रूप, मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. कहा जाता है कि जब महिषासुर का अत्याचार बढ़ गया था, तो ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने मिलकर एक महाशक्ति का निर्माण किया, जिसे मां दुर्गा के रूप में पूजा जाता है. मां चंद्रघंटा की पूजा करने से जीवन में शांति और संतुष्टि प्राप्त होती है. इस प्रकार, मां दुर्गा की शेर पर सवारी की पौराणिक कथा उनकी शक्ति और साहस को दर्शाती है, जो भक्तों को हर विपत्ति से लड़ने की प्रेरणा देती है.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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