घर का दरवाजा कहां होना चाहिए? एक गलती से हो सकता है बड़ा नुकसान, जानिए कौन-सा डायरेक्शन है बेस्ट
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य दरवाजे की दिशा आपके जीवन पर सीधा असर डालती है. सही दिशा में मुख्य दरवाजा होने से सुख-समृद्धि आती है, वहीं गलत दिशा का दरवाजा कई तरह की परेशानियां ला सकता है.

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के मुख्य दरवाजे की दिशा आपके जीवन पर सीधा असर डालती है. सही दिशा में मुख्य दरवाजा होने से सुख-समृद्धि आती है, वहीं गलत दिशा का दरवाजा कई तरह की परेशानियां ला सकता है. अगर आप नया घर बना रहे हैं या अपने मौजूदा घर के वास्तु दोष दूर करना चाहते हैं, तो इन दिशाओं के बारे में जानना जरूरी है.
उत्तर दिशा: सबसे शुभ मानी जाती है
उत्तर दिशा में मुख्य दरवाजा होना बेहद शुभ माना जाता है. यह दिशा देवताओं की मानी गई है और घर में सकारात्मक ऊर्जा लाती है. इस दिशा में दरवाजा होने से आर्थिक प्रगति होती है, यात्रा के अच्छे अवसर मिलते हैं, और बौद्धिक क्षमता बढ़ती है.
पूर्व दिशा: उगते सूर्य की रोशनी से भरपूर
पूर्व दिशा में मुख्य दरवाजा होना भी शुभ होता है. सूर्य देव की उगती किरणें इस दिशा से आती हैं, जो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करती हैं. यह आत्मविश्वास बढ़ाती है और परिवार के सदस्यों को जीवन के हर क्षेत्र में सफलता दिलाती है.
पश्चिम दिशा: मिले-जुले परिणाम
पश्चिम दिशा में मुख्य दरवाजा होना ठीक-ठाक माना जाता है. इस दिशा में दरवाजा होने से करियर और कारोबार में सफलता मिल सकती है, लेकिन इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. यह दिशा जीवन में स्थिरता लाती है, लेकिन थोड़ी सावधानी जरूरी है.
दक्षिण दिशा: नुकसान का कारण बन सकती है
वास्तु के अनुसार, दक्षिण दिशा में मुख्य दरवाजा अशुभ होता है. इस दिशा में दरवाजा होने से बार-बार आर्थिक नुकसान और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. यह मुखिया के जीवन में उतार-चढ़ाव लाता है.
घर का मुख्य दरवाजा हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में होना सबसे बेहतर होता है. अगर वास्तु दोष हैं, तो उन्हें तुरंत ठीक करें. याद रखें, सही दिशा का दरवाजा आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.