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अनंत चतुर्दशी पर क्यों की जाती है भगवान विष्णु की पूजा, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त

अनंत चतुर्दशी गणेश विसर्जन के दिन मनाई जाती है। इस दिन गणेश जी के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा करने का भी विधान है।

अनंत चतुर्दशी पर क्यों की जाती है भगवान विष्णु की पूजा, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त
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हेमा पंत
by: हेमा पंत

Published on: 9 Sept 2024 6:20 PM

हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी का खास महत्व है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर सितंबर के महीने में आता है। यह त्योहार विशेष रूप से गणेश चतुर्थी के अंतिम दिन यानी गणेश विसर्जन के दिन मनाया जाता है। चलिए जानते हैं अनंत चतुर्दशी की तिथि और शुभ मुहूर्त।

कब है अनंत चतुर्दशी 2024?

यह तिथि 16 सितंबर दोपहर 3 बजकर 10 मिनट से 17 सितंबरसुबह 11 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में उदया तिथि के मुताबिक साल 2024 में 17 सिंतबर को अनंत चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाएगा।

अनंत चतुर्दशी 2024 शुभ मुहूर्त

इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 7 मिनट से 7 बजकर 51 मिनट तक रहेगा।

सुबह 6 बजकर 7 मिनट से 11 बजकर 7 मिनट तक आप श्री गणेश की मूर्ति विसर्जित कर सकते हैं।

सुबह 6 बजकर 7 मिनट से दोपहर 1 बजकर 53 मिनट तक रवि योग का समय है।

ब्रह्म मुहूर्त से लेकर सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक धृति योग का समय है।

सुबह से लेकर दोपहर 1 बजकर 53 मिनट शतभिषा नक्षत्र का समय है।

अनंत चतुर्दशी पर करें इन भगवान की पूजा

अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु जी की भी पूजा की जाती है. इस दिन सुबह नहाने के बाद पीले कपड़े पहनें। इसके बाद भगवान विष्णु का ध्यान करें। इन दिन व्रत रखने वाले लोग पवित्र धागे को कलाई में बांधते हैं, जिसे अनंत सूत्र कहते हैं। यह धागा 14 गांठों के साथ होना चाहिए, जो अनंतता का प्रतीक है।

अंनत चतुर्दशी का महत्व

अनंत चतुर्दशी के दिन मुख्य रूप से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इसके अलावा,यह दिन भगवान विष्णु को भी समर्पित है। यह दिन गणेश चतुर्थी के त्योहार के अंतिम दिन के रूप में मनाया जाता है, जब गणेश की मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है।

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