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स्वर्ग की सीढ़ी से लेकर खून का सफेद रंग बनाने तक के सपने, जानें रावण की 7 अधूरी इच्छाएं

रावण को महाकाव्य 'रामायण' में एक शक्तिशाली राक्षस राजा के रूप में चित्रित किया गया है लेकिन वह केवल एक योद्धा नहीं था, बल्कि एक प्रकांड विद्वान और महान वैज्ञानिक भी था. रावण की कई ऐसी इच्छाएं थीं, जो यदि पूरी होतीं तो शायद पूरी दुनिया का स्वरूप बदल जाता. आइए जानते हैं रावण की सात अधूरी इच्छाएं, जिन्हें वह पूरा नहीं कर सका.

स्वर्ग की सीढ़ी से लेकर खून का सफेद रंग बनाने तक के सपने, जानें रावण की 7 अधूरी इच्छाएं
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 15 Oct 2024 5:29 PM

Ravan 7 Wishes: रावण को महाकाव्य 'रामायण' में एक शक्तिशाली राक्षस राजा के रूप में चित्रित किया गया है लेकिन वह केवल एक योद्धा नहीं था, बल्कि एक प्रकांड विद्वान और महान वैज्ञानिक भी था. रावण की कई ऐसी इच्छाएं थीं, जो यदि पूरी होतीं तो शायद पूरी दुनिया का स्वरूप बदल जाता. आइए जानते हैं रावण की सात अधूरी इच्छाएं, जिन्हें वह पूरा नहीं कर सका.

स्वर्ग की सीढ़ी बनाना

रावण का सबसे बड़ा सपना था कि वह स्वर्ग तक पहुंचने के लिए एक सीढ़ी बनाए, जिससे सभी लोग स्वर्ग जा सकें. लेकिन इस महान योजना को पूरा करने से पहले ही रावण की मृत्यु हो गई, और यह सपना अधूरा रह गया.

सोने में सुगंध लाना

रावण को सोने से विशेष लगाव था. वह चाहता था कि सोने में एक मनमोहक सुगंध हो, ताकि जब लोग सोने के आभूषण पहनें, तो उनके आसपास का वातावरण महक उठे. यह इच्छा भी उसकी मृत्यु के साथ ही अधूरी रह गई.

समुद्र का पानी मीठा करना

रावण चाहता था कि समुद्र का खारा पानी मीठा हो जाए, जिससे लोग इसे पी सकें और अपनी प्यास बुझा सकें. यदि यह सपना पूरा हो जाता, तो आज समुद्र का पानी पीने योग्य होता.

शराब को गंधहीन बनाना

रावण की एक और अनोखी इच्छा थी कि शराब से बदबू खत्म हो जाए, ताकि इसे पीने पर किसी प्रकार की दुर्गंध न आए. लेकिन यह विचार भी उसके जीवनकाल में साकार नहीं हो सका.

रंगभेद का अंत

रावण की दूरदर्शिता ने उसे रंगभेद जैसी समस्याओं को भी समझा. वह चाहता था कि दुनिया में काले और गोरे के बीच भेदभाव खत्म हो जाए और सभी इंसानों का रंग एक समान हो.

भगवान की पूजा बंद हो

रावण चाहता था कि धरती पर लोग भगवान की पूजा करना बंद कर दें और किसी भी प्रकार के धार्मिक कार्य न हों. उसकी यह इच्छा भी पूरी नहीं हो सकी, और लोग आज भी भगवान की पूजा करते हैं.

खून का रंग सफेद हो

रावण की सबसे अनोखी इच्छा थी कि खून का रंग लाल नहीं, बल्कि सफेद हो. यह विचार भी असंभव साबित हुआ और खून का रंग लाल ही रहा.


डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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