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Mahabharata: जब महाभारत की इन 5 प्रेम कहानियों ने बदल डाला इतिहास का रुख, जानें रोचक किस्से

पांडवों में सबसे प्रतिभाशाली धनुर्धारी अर्जुन ने जहां स्वयंवर में द्रौपदी का हाथ जीता, वहीं उनके दिल के करीब सुभद्रा थीं, जो भगवान श्रीकृष्ण और बलराम की बहन थीं. बलराम ने सुभद्रा का विवाह कौरवों में कराने का निश्चय किया था पर श्रीकृष्ण ने अर्जुन से अपनी बहन का हरण करवाकर द्वारका में दोनों का विवाह संपन्न कराया.

Mahabharata: जब महाभारत की इन 5 प्रेम कहानियों ने बदल डाला इतिहास का रुख, जानें रोचक किस्से
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 14 Nov 2024 7:08 PM

Mahabharata: पांडवों में सबसे प्रतिभाशाली धनुर्धारी अर्जुन ने जहां स्वयंवर में द्रौपदी का हाथ जीता, वहीं उनके दिल के करीब सुभद्रा थीं, जो भगवान श्रीकृष्ण और बलराम की बहन थीं. बलराम ने सुभद्रा का विवाह कौरवों में कराने का निश्चय किया था पर श्रीकृष्ण ने अर्जुन से अपनी बहन का हरण करवाकर द्वारका में दोनों का विवाह संपन्न कराया.

भीम और राक्षसी हिडिंबा

भीम का विवाह राक्षसी हिडिंबा से हुआ, जो एक असामान्य प्रेम कहानी है. हिडिंबा भीम को देखकर मोहित हो गईं और माता कुंती से विवाह की प्रार्थना की. कुंती ने भीम को एक वर्ष तक साथ रहने की शर्त पर अनुमति दी. इस प्रेम कहानी से हिडिंबा और भीम का पुत्र घटोत्कच जन्मा, जो महाभारत युद्ध का वीर योद्धा बना.

अर्जुन और नागकन्या उलूपी

अज्ञातवास के समय अर्जुन से नागकन्या उलूपी ने प्रेम किया. उलूपी ने अर्जुन को नागलोक में ले जाकर विवाह किया और उन्हें आशीर्वाद दिया कि अब वे जलचरों के स्वामी होंगे. इस विवाह के बाद भी अर्जुन ने उलूपी को प्रेमपूर्वक आदर दिया.

लक्ष्मणा और साम्ब की प्रेमगाथा

दुर्योधन की बेटी लक्ष्मणा और श्रीकृष्ण के पुत्र साम्ब के प्रेम ने महाभारत के संबंधों में तनाव को और बढ़ाया. दुर्योधन इस विवाह के खिलाफ थे, लेकिन साम्ब ने साहस दिखाकर लक्ष्मणा को भगाकर विवाह कर लिया, जो एक अनोखा प्रेम विवाह साबित हुआ.

श्रीकृष्ण और रुक्मिण

राजा भीष्मक की पुत्री रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण को अपना जीवनसाथी माना था, लेकिन उनके भाई रुक्मी ने शिशुपाल के साथ विवाह तय कर दिया. रुक्मिणी ने श्रीकृष्ण को पत्र भेजा और श्रीकृष्ण ने उनके विवाह मंडप से उनका हरण करके उनसे विवाह कर लिया. महाभारत की इन प्रेम कहानियों में त्याग, साहस और अनोखी परंपराएं दिखती हैं, जो इस महाकाव्य को और भी खास बनाती हैं.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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