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Karwa Chauth 2024: करवा चौथ के दिन कुछ मिनट के लिए रहेगा भद्रा का साया, पूजा के दौरान गलती से भी न करें ये काम

करवा चौथ को व्रत को रखने वाली महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सौभाग्य की कामना करती हैं. इस दिन माता पार्वती की पूजा की जाती है और उनसे अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मांगा जाता है. इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024, रविवार के दिन मनाया जाएगा. लेकिन इस दिन भद्रा का अशुभ समय भी रहेगा,

Karwa Chauth 2024: करवा चौथ के दिन कुछ मिनट के लिए रहेगा भद्रा का साया, पूजा के दौरान गलती से भी न करें ये काम
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 17 Oct 2024 7:57 PM

Karwa Chauth 2024: हिंदू धर्म में करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है. इस व्रत को रखने वाली महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सौभाग्य की कामना करती हैं. इस दिन माता पार्वती की पूजा की जाती है और उनसे अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मांगा जाता है. इस साल करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024, रविवार के दिन मनाया जाएगा. लेकिन इस दिन भद्रा का अशुभ समय भी रहेगा, जिसका खास ध्यान रखना जरूरी है.

करवा चौथ पर भद्रा का साया

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भद्रा का समय अशुभ माना जाता है और इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते. करवा चौथ 2024 के दिन भद्रा सुबह 5 बजकर 24 मिनट से लेकर 6 बजकर 46 मिनट तक रहेगी. इस समय के दौरान पूजा-पाठ या व्रत का संकल्प नहीं लेना चाहिए. इसलिए महिलाएं इस समय से पहले या भद्रा समाप्त होने के बाद ही अपने व्रत की शुरुआत करें. वैदिक पंचांग के अनुसार, करवा चौथ के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 46 मिनट से शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगा

करवा चौथ के दिन इन बातों का रखें ध्यान

  • भद्रा के समय व्रत न करें: सुबह भद्रा काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य या पूजा-पाठ करने से बचें. इस समय के बाद ही व्रत का संकल्प लें.
  • काले रंग से करें परहेज: करवा चौथ के दिन काले रंग के वस्त्र या अन्य किसी वस्तु का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है.
  • धारदार वस्तुओं का उपयोग न करें: करवा चौथ के दिन किसी भी धारदार वस्तु, जैसे चाकू या कैंची, का उपयोग करने से बचें, क्योंकि ऐसा करने से रिश्तों में खटास आ सकती है.

करवा चौथ 2024 में पूजा के लिए शुभ मुहूर्त और भद्रा के समय का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है. सही समय पर पूजा और व्रत का पालन करने से सौभाग्य और सुख-समृद्धि प्राप्त होगी.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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