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सांवरिया सेठजी के खजाने में धनवर्षा, लगातार तीसरे दिन हो रही गिनती

पीएम मोदी से लेकर अनिल अंबानी तक इस मंदिर में माथा टेकने आते हैं. इस मंदिर में आने वाले चढ़ावे की रकम से आसपास के 16 गांवों में विकास कराया जाता है.

सांवरिया सेठजी के खजाने में धनवर्षा, लगातार तीसरे दिन हो रही गिनती
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नवनीत कुमार
by: नवनीत कुमार

Updated on: 5 Sept 2024 1:07 PM IST

राजस्थान में प्रसिद्ध सांवरिया सेठ के मंदिर में परंपरा के मुताबिक इस चर्तुदशी को भंडार खोला गया. इस बार भी भंडार में खूब धनवर्षा हुई है. आलम यह है कि बुधवार को लगातार तीसरे दिन इस खजाने में जमा हुए धन की गिनती का काम जारी रहा. प्रथम चरण की गिनती पूरी होने तक 8 करोड़ रुपये से अधिक के चढ़ावे की गिनती हो चुकी थी. जबकि बाकी राशि की गिनती अभी जारी है. अनुमान है कि चढ़ावे की गिनती 5 दिन तक चलेगी. इसके बाद ही संपूर्ण राशि का ब्यौरा सामने आएगा.

बता दें कि इस मंदिर में पीएम मोदी से लेकर प्रसिद्ध उद्योगपति अनिल अंबानी तक माथा टेकने आते हैं. इनके अलावा भी सैकड़ों की तादात उद्योगपति और राजनेता बाबा की कृपा पाने के लिए हाजिरी लगाते हैं. इस दौरान ये लोग जी खोल कर दान भी करते हैं. इसकी वजह से हर साल भंडार की राशि में बढ़ोतरी हो रही है. इस मंदिर में लोग केवल रुपया ही नहीं, सोने चांदी के आभूषण और कई अन्य वस्तुएं भी भेंट करते हैं. यह सभी सामान मंदिर में जमा करने के बाद दानदाता को विधिवत रसीद जारी होती है.

कई प्रतिष्ठानों के मालिक हैं सांवरिया सेठ

बताया जा रहा है कि कई बड़े औद्योगिक घरानों ने अपने कारोबार में सांवलिया सेठ को अपना पार्टनर बनाया है. ऐसे में उन घरानों का कारोबार जितना बढ़ता है, उद्ममी सांवरिया सेठ का हिस्सा ईमानदारी से लाकर मंदिर में जमा कर जाते हैं. सांवरिया सेठ का यह मंदिर चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर मंडफिया गांव में है. कहा जाता है कि यह चमत्कारिक मंदिर है.इस मंदिर की व्यवस्था एक ट्रस्ट के जरिए होती है और चित्तौड़ के अतिरिक्त जिला कलेक्टर इस ट्रस्ट के सीईओ हैं.

वहीं राज्य सरकार इस ट्रस्ट के अध्यक्ष का मनोनयन करती है. इसी प्रकार इस ट्रस्ट में आसपास के गांव के लोगों को सदस्य बनाया गया है. इस मंदिर को चढ़ावे में मिलने वाली राशि का इस्तेमाल आसपास के 16 गांवों में ढांचागत और मूलभूत विकास के लिए होता है. वहीं, प्राकृतिक आपदा के समय में भी मंदिर मंडल द्वारा सांवलिया सेठ को चढ़ाई गई राशि का उपयोग प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिया जाता है.

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