आखिरकार खुल गया टेस्ट ट्यूब बेबी की हत्या का राज, जानें किसने मारा
आरोपी ने संपत्ति के विवाद में इस वारदात को अंजाम दिया है. उसने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसके चाचा इसी बेटे के लिए उसका हिस्सा हड़पना चाहते थे.

मध्य प्रदेश के दमोह में एक साल पहले हुए टेस्ट ट्यूब बेबी जयराज की हत्या का राज आखिरकार खुल गया. इस मामले में पुलिस ने जयराज के चचेरे भाई मानवेंद्र को अरेस्ट किया है. आरोपी ने संपत्ति के विवाद में अपने चचेरे भाई की हत्या कर शव को जमीन में दफना दिया था. इस मामले में परिजनों ने तो पुलिस में मानवेंद्र के खिलाफ शक जाहिर करते हुए तहरीर दी थी, लेकिन पुख्ता सबूत के अभाव में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था. हालांकि अब मामले का खुलासा होने के बाद इस मुकदमे में पुलिस ने आरोपी मानवेंद्र को नामजद कर दिया है.
दमोह पुलिस के मुताबिक जिले के छक्का गांव निवासी जयराज पटेल की करीब एक साल पहले हत्या हो गई थी. हालांकि काफी समय तक उसका शव नहीं मिला था. 16 साल के जयराज की तलाश परिजन करते रहे. काफी प्रयास के बाद भी जब जयराज का कोई सुराग नहीं मिला ने पुलिस ने इसे ब्लाइंड मर्डर केस मान लिया था. इसी दौरान पड़ोस के खेत की जुताई के दौरान एक नरकंकाल मिला. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और कंकाल का डीएनए जयराज के पिता लक्ष्मण पटेल के डीएनए से मैच कराने का प्रयास किया गया, लेकिन चूंकि जयराज टेस्ट ट्यूब बेबी था, इसलिए डीएनए मैच नहीं हुआ. आखिर में शव की पहचान मौके से मिले कपड़े एवं अन्य सामान से हुई.
चचेरे भाई ने कबूली वारदात
जयराज के परिजन चूंकि पहले से ही हत्या का शक जता रहे थे, इसलिए पुलिस ने उनके संदेह को गंभीरता से लेते हुए जयराज के चचेरे भाई मानवेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पहले तो आरोपी पुलिस को गुमराह करता रहा, लेकिन पुलिस ने थोड़ी सख्ती की तो पूरी वारदात को उगल दिया. उसने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने संपत्ति विवाद की वजह से इस वारदात को अंजाम दिया है. दरअसल वह अपने चाचा लक्ष्मण पटेल से जमीन और मकान में अपना हिस्सा मांग रहा था, लेकिन वह हिस्सा देने को तैयार नहीं थे. ऐसे में उसने उनके बेटे जयराज की हत्या कर दी. आरोपी के इस खुलासे के बाद पुलिस ने उसे अरेस्ट कर जेल भेज दिया है.