किडनी के मरीजों के लिए ठीक नहीं है करेला, इन लोगों को भी करना चाहिए परहेज
करेला एक ऐसी सब्जी है जिसका कड़वा स्वाद अधिकांश लोग पसंद नहीं करते हैं, लेकिन यह सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। करेला आयुर्वेद में भी बेहद अहम है और यह कई तरह की बीमारियों के इलाज में भी मदद करता है।

करेला एक ऐसी सब्जी है जिसका कड़वा स्वाद अधिकांश लोग पसंद नहीं करते हैं, लेकिन यह सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। करेला आयुर्वेद में भी बेहद अहम है और यह कई तरह की बीमारियों के इलाज में भी मदद करता है। आपने भी करेले के जूस के सेवन की सलाह जरूर सुनी होगी। हालांकि, सेहत से भरपूर होने के बाद भी करेला कुछ लोगों के लिए नुकसानदेह हो सकता है। आइए, समझते हैं कि करेला किन लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिन्हें इससे परहेज करना चाहिए।
गर्भवती महिलाएं
प्रेग्नेंट महिलाओं को भी करेले के सेवन से परहेज से बचना चाहिए क्योंकि ये गर्भाशय को प्रभावित कर सकता है और पेट में पल रहे बच्चे की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।
टाइप-1 डायबिटीज के मरीज
जो लोग टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित हैं उनके लिए करेले की सब्जी या करेले के जूस का सेवन करना अच्छा नहीं है, क्योंकि ये अचानक ब्लड शुगर को काफी कम कर सकता है जिससे कमजोरी और चक्कर आने की शिकायत हो सकती है।
किडनी स्टोन के मरीज
करेले में ऑक्जलेट की भरपूर मात्रा पाई जाती है इसलिए जो लोग इसका सेवन करते हैं उनको किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है। साथ ही करेले की वजह से गुर्दे में टॉक्सिसिटी बढ़ जाती है।
करेले का कड़वापन कैसे हो कम
अगर आपके घर में भी करेला बनता है, लेकिन आपको इसका कड़वा स्वाद नहीं पसंद, तो आप आसानी से इसे दूर कर सकते हैं। अगर आप चाहते हैं कि करेले में मौजूद कड़वापन कम हो जाए और इसका अधिक नुकसान भी न हो तो ऐसे में आपके इसे सही तरीके से पकाना होगा। सबसे पहले करेले को अच्छी तरह धो लें और इसके बीजों को निकाल दें, क्योंकि सीड्स ज्यादा कड़वे होते हैं। आप चाहें तो करेले की सब्जी बनाने में ज्यादा प्याज का इस्तेमाल कर सकते हैं