हवा में उड़ने वाले आलू की खेती! स्वादिष्ट ही नहीं इन गुणों से भी है भरपूर, एयर पोटैटो के नाम से है मशहूर
एयर पोटैटो आलू जमीन के ऊपर लताओं पर उगता है. इसलिए इसे एयर पोटैटो कहा जाता है. इसकी खेती पहाड़ी क्षेत्रों में होती है.

Uttarakhand News: भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां पर लाखों किस्म की खेती की जाती है. आपने आलू की खेती के बारे में तो सुना ही होगा. लेकिन क्या आपने एयर पोटैटो के बारे में सुना है? दरअसल एयर पोटैटो की खेती उत्तराखंड में की जाती है. इसे आलू के तरह ही खाया जाता है. इसका स्वाद बिल्कुल आलू जैसा ही होता है. खास बात यह है कि एयर पोटैटो जमीन नहीं बल्कि हवा में पैदा होता है और इसका रंग भी काला होता है.
कैसा होता है एयर पोटैटो?
एशिया और अफ्रीका में मुख्य तौर पर एयर पोटैटो की खेती होती है. लेकिन इसे नाइजीरिया की पैदाइश कहा जाता है. यह आलू जमीन के ऊपर लताओं पर उगता है. इसलिए इसे एयर पोटैटो कहा जाता है. इसकी लताएं काफी तेजी से बढ़ती हैं. इस किस्म के आलू की खेती मुख्य रूप से मानसून में होती है. लोग इसे सब्जी के रूप में या भुनकर भी खा सकते हैं. भारत में यह उत्तराखंड और पहाड़ी इलाकों में उगाया जाता है. कोंकण बेल्ट में पैदा होता है.इसका सेवन कई बीमारियों में भी किया जाता है.
सर्दियों में बाजार में बिकता है एयर पोटैटो?
एयर पोटैटो उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों में पैदा होता है. इसकी तासीर गर्म होती है. यह सर्दियों में बाजार में बिकने लगता है. यह खांसी ठीक करने में मदद करता है. इसमें ग्लूकोज और फाइबर की अधिक मात्रा पाई जाती है. इसलिए ये एनर्जी बूस्टर का भी काम करता है. इसके अलावा एयर पोटैटो कॉपर, आयरन, पोटेशियम, मैग्नीज और विटामिन-बी का अच्छा स्त्रोत है. इसे गेठी के नाम से भी जाना जाता है. पूरे विश्व में इसकी कुल 600 प्रजातियां मिलती हैं. ये भूरे, काले, गुलाबी और हरे रंग के भी मिलते हैं.