क्या है सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन? दुनिया भर में एक तिहाई महिलाएं हैं इससे संक्रमित
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन के रूप में नए सिरे वर्गीकरण किया गया है. यह स्थिति बांझपन, समय से पहले जन्म और नवजात शिशुओं की मृत्यु का कारण बन सकती है और अनुमान है कि दुनिया भर में एक तिहाई महिलाएं - लगभग 1.3 बिलियन - इससे पीड़ित हैं.

करोड़ों महिलाओं को प्रभावित करने वाली एक आम स्थिति को सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन के रूप में नए सिरे वर्गीकरण किया गया है, क्योंकि डॉक्टरों ने पाया है कि सेक्स इसका एक प्रमुख कारण है. बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) वजाइना में खराब बैक्टीरिया की ज्यादा से ज्यादा वृद्धि है जो ग्रे या वाइट डिस्चार्ज, फिशी स्मेल और वजाइना में खुजली और जलन का कारण बनती है.
यह स्थिति बांझपन, समय से पहले जन्म और नवजात शिशुओं की मृत्यु का कारण बन सकती है और अनुमान है कि दुनिया भर में एक तिहाई महिलाएं - लगभग 1.3 बिलियन - इससे पीड़ित हैं. केवल महिलाएं ही इससे संक्रमित हो सकती हैं, लेकिन अब डॉक्टरों ने इन्फेक्शन को नए सिरे उजागर किया है.
पुरुषों का भी शामिल होना जरुरी
हालांकि सेक्स के दौरान होने वाले इस इन्फेक्शन में अभी तक महिलाओं के टेस्ट हुए हैं. लेकिन अब डॉक्टरों का मानना है कि इस इन्फेक्शन को एसटीआई (यौन संबंध से होने वाला संक्रमण) के रूप में फिर से वर्गीकृत किया गया है. जिसे पुरुषों का भी शामिल होना जरुरी हैं. बता दें कि बीवी (Bacterial vaginosis) को पहले एसटीआई के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया था, लेकिन यह उन महिलाओं में अधिक आम माना जाता था जो सेक्सुअल एक्टिव थी क्योंकि सेक्स वजाइना को अधिक बैक्टीरिया के संपर्क में लाता है.
हेल्दी वजाइना में प्रॉब्लम क्रिएट करना
बीवी अन्य एसटीआई से अलग है क्योंकि यह क्लैमाइडिया या सिफलिस की तरह इन्फेक्टेड नहीं है और शारीरिक तरल पदार्थों (bodily fluids) से नहीं फैलता है. इसके बजाय, एक महिला को बीवी तब होता है जब कुछ बैक्टीरिया उनके हेल्दी वजाइना में प्रॉब्लम क्रिएट करना शुरू कर देता है. मोनाश विश्वविद्यालय और मेलबर्न की रिसर्चर ने सेंटर फॉर सेक्सुअल हेल्थ ने 164 जोड़ों में इन्फेक्शन पर स्टडी किया है. टेस्ट के दौरान, जिसके रिजल्ट इतने पॉजिटिव थे कि इसे समय से पहले ही खत्म कर दिया गया, 'बीवी' से पीड़ित सभी महिलाओं को ओरल एंटीबायोटिक्स दिए गए. बी.वी. मामलों की संख्या अलग-अलग हैं, लेकिन एक स्टडी में पाया गया कि 14 से 49 साल की उम्र के बीच की 29 प्रतिशत अमेरिकी महिलाओं - 21 मिलियन - को बी.वी. हुआ है, वहीं यू.के. में, यह 15 से 30 प्रतिशत है. लेकिन अमेरिकी स्टडीमें केवल 16 प्रतिशत में ही कोई लक्षण दिखाई दिया है.
क्या है इसके लक्षण
यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के कई लक्षण हो सकते हैं, जो इन्फेक्शन के प्रकार पर निर्भर करता है. यह ध्यान रखना जरुरी है कि एसटीआई से पीड़ित कुछ लोगों को कोई भी लक्षण महसूस नहीं हो सकता है. यहां अलग-अलग एसटीआई से जुड़े सामान्य लक्षण दिए गए हैं. जिसमें से पहले है क्लैमाइडिया, इसमें यूरिन के दौरान दर्द होना, लिंग या योनि से एब्नार्मल डिस्चार्ज होना, सेक्स के दौरान दर्द होना, महिलाओं में, पीरियड्स के बीच एब्नार्मल वैजिनल ब्लीडिंग होना.
कंडोम का इस्तेमाल बेहद जरुरी हैं
अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं या किसी संभावित एसटीआई के बारे में चिंतित हैं, तो डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट के लिए हेल्थ केयर प्रोवाइडर से मिलना जरुरी है. कई एसटीआई का इलाज दवा से किया जा सकता है, लेकिन कॉम्प्लिकेटेड और दूसरों को इन्फेक्शन से बचाने के लिए समय रहते पता लगाना जरुरी है. याद रखें, कुछ एसटीआई में लक्षण बिल्कुल भी नहीं दिखते हैं, इसलिए रेगुलर चेकअप और सेफ सेक्सुअल रिलेशन (जैसे कंडोम का उपयोग करना) यौन स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी हैं.