हमेशा रहेंगे खुश, जान लीजिए हैप्पी हॉर्मोन बढ़ाने के ये तरीके
खुश कौन नहीं रहना चाहता है। अगर हम आपसे कहें कि हमारी खुशी हमारे शरीर में ही छुपी है तो आप यकीन करेंगे?

खुश कौन नहीं रहना चाहता है। अगर हम आपसे कहें कि हमारी खुशी हमारे शरीर में ही छुपी है तो आप यकीन करेंगे? दरअसल, खुशी देने वाले हार्मोन को हैप्पी हार्मोन कहते हैं। ये हार्मोन हमारे शरीर में नेचुरली पाए जाते हैं। ये चार तरह के होते हैं- डोपामाइन, सेरोटोनिन, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन। जिनमें डोपामाइन प्रेरणा के अनुभव से जुड़ा होता है, सेरोटोनिन मूड को संतुलित कर स्ट्रेस दूर करता है, एंडोर्फिन दर्द को कम कर सुखद भावनाओं को बढ़ावा देता है और ऑक्सीटोसिन सोशल रिलेशन और प्यार के अनुभव को बढ़ाता है। ये हार्मोन दिमाग में खुशी और संतोष की भावना पैदा करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
अगर आप अपनी लाइफस्टाइल में कुछ ऐसी आदतें जोड़ लें, जिससे आपके शरीर में इन हार्मोन्स की पर्याप्त मात्रा हो, तो आप हमेशा खुशी महसूस करेंगे। आइए, जानते हैं इन आदतों के बारे में।
हेल्दी डाइट
हेल्दी डाइट उसे कहते हैं, जिसमें फल, सब्जियां और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड आइटम्स शामिल हों। ये सेरोटोनिन बनाने में मदद करते हैं। चॉकलेट और नट्स भी हैप्पी हार्मोन को बनाने में मदद करते हैं।
एक्सरसाइज
नियमित शारीरिक गतिविधि, जैसे- दौड़ना, तैरना या योग आपके शरीर में एंडोर्फिन और डोपामाइन के स्तर बढ़ाती है। ये हार्मोन न केवल आपके मूड को सुधारते है बल्कि तनाव और चिंता को भी कम करते हैं।
ध्यान और योग
मेडिटेशन और योग मानसिक शांति को बढ़ावा देते हैं। ये तनाव कम करते हैं और सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाते हैं।
पूरी नींद लेना
अच्छी नींद से शरीर और दिमाग, दोनों को ही ऊर्जा मिलती है। इससे मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है और हैप्पी हार्मोन का स्तर भी बढ़ता है।
हंसना
हंसना एक नेचुरल मूड बूस्टर है। हंसने से एंडोर्फिन का स्तर बढ़ता है, जिससे आप अधिक खुशी महसूस करते हैं।
आभार की भावना
सकारात्मक विचार और आभार की भावना से खुशी और आत्मसंतोष बढ़ता है।
सोशल कनेक्शन
परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने से इमोशनल सपोर्ट मिलता है और खुशी का एहसास होता है।
संगीत सुनना
अपने पसंदीदा गाना या संगीत सुनना खुशी के हार्मोन को बढ़ाता है। संगीत आपके मूड को बेहतर बनाता है और तनाव को कम करता है।