बचना चाहते हैं भारी नुकसान से तो क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में जरूर चेक करें ये चीजें
आजकल क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है. इस कार्ड के जरिए सामान खरीदना काफी आसान होता है.

यह कहा जा सकता है कि क्रेडिट कार्ड ने कुछ हद तक लोगों की प्रॉब्लम का सॉल्यूशन दिया है. क्रेडिट कार्ड के जरिए कम पैसों में भी अपनी मन पसंद चीजें खरीदी जा सकती है, जिसके बदले हर महीने ईएमआई देनी पड़ती है. रिपोर्ट के अनुसार भारत में 10 करोड़ से भी ज्यादा लोग क्रेडिट कार्ड का यूज कर रहे हैं.
ट्रांसजैक्शन रिकॉर्ड
आपको अपने क्रेडिट कार्ड में ट्रांसजैक्शन रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए. इससे आपको पता चल जाएगा कि आपने कब और किसे पैसे ट्रांसफर किए थे. आजकल ऑनलाइन बेहद फ्रॉड हो रहे हैं. ऐसे में अगर आपको लगता है कि आपके क्रेडिट कार्ड की पेमेंट में कुछ गड़बड़ है, तो तुरंत अपने क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक को रिपोर्ट करें.
रीवॉर्ड प्वाइंट्स
क्रेडिट कार्ड में आपको कुछ रीवॉर्ड प्वाइंट्स मिलते हैं. ज्यादातर ट्रांसजैक्शन पर रीवॉर्ड्स मिलते हैं, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखें कि इनकी भी एक्सपायरी डेट होती है. इसलिए वक्त रहते ही इनका इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा, कई क्रेडिट कार्ड प्वाइंट्स की जगह ऑफर और डील्स देते हैं. इसलिए रीवॉर्ड प्वाइंट्स को नज़र अंदाज न करें.
पेमेंट ड्यू डेट
लेट फीस और अपने क्रेडिट स्कोर को नुकसान से बचने के लिए अपने पेमेंट ड्यू डेट पर ध्यान दें. क्रेडिट स्कोर कम होने के कारण आपको लोन, क्रेडिट कार्ड या दूसरे फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के लिए परेशानी हो सकती है। लेंडर आपके स्कोर को देखकर आपकी क्रेडिट वर्थनेस चेक करते हैं.
मिनिमन पेमेंट अमाउंट और फीस
मिनिमन पेमेंट अमाउंट पर ध्यान देना जरूरी है. इससे आप लेट फीस और बढ़ते रेट जैसे एक्सट्रा पेमेंट करने से बच जाएंगे. एनुअल फीस, फॉरन ट्रांसैक्शन फीस या लेट पेमेंट फीस जैसे अन्य प्रकार की फीस के बारे में जानना जरुरी है। इससे आप एक्सट्रा कॉस्ट पे करने से बच जाएंगे.
इंटरेस्ट रेट
आपको अपने क्रेडिट कार्ड पर इंटरेस्ट रेट देखना चाहिए। अगर आपके पास कई कार्ड हैं, तो आपको यह पता होना चाहिए कि किस कार्ड पर एनुअल परसेंटेज रेट (APR) सबसे ज़्यादा है. इससे आपको समझ आ जाएगा कि किसकी पेमेंट जल्दी करनी है.