देर रात तक नहीं आती नींद, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती?
कई लोग रात को नींद न आने की समस्या से जूझते हैं और दिन भर थकान महसूस करते हैं। आपको उन आदतों के बारे में बताते हैं, जो आपकी रातों की नींद खराब कर रही है।

रात की अच्छी नींद हमारे शरीर और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। अच्छी नींद न सिर्फ हमें दिनभर एनर्जेटिक बनाकर रखती है, बल्कि हमारे मानसिक संतुलन और शारीरिक स्वास्थ्य को भी अच्छा बनाए रखती है। कई लोग रात को नींद न आने की समस्या से जूझते हैं और दिन भर थकान महसूस करते हैं। कई बार यह बात उनकी लाइफस्टाइल को भी प्रभावित करने लगती है। आपको उन आदतों के बारे में बताते हैं, जो आपके और आपकी रातों की नींद के बीच आ सकते हैं।
हेवी डिनर
रात को सोने से ठीक पहले भारी खाने से बचना चाहिए। भारी और तली-भुनी चीजें खाने से पेट में असहजता होगी, जिससे नींद में खलल पड़ सकता है। जब हमारा पाचन तंत्र रात को आराम करने की बजाय खाने को पचाने में व्यस्त हो जाएगा, तो इससे हमें नींद आने में परेशानी ही होगी।
कैफीन या निकोटीन का सेवन
शाम के बाद चाय और कॉफी नहीं पीनी चाहिए और सिरगरेट से तो हमेशा के लिए तौबा कर लेनी चाहिए। कैफीन और निकोटीन जैसे पदार्थ नींद में खलल डालते हैं। कैफीन हमारे शरीर को जागा हुआ और अलर्ट रखता है, जिससे सोने में दिक्कत हो सकती है।
सोने से पहले मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल
इन डिवाइसों की स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन नाम के हार्मोन को कम कर देती है। यह हार्मोन नींद के लिए जरूरी होता है। इससे नींद की क्वालिटी पर असर पड़ता है और सोने में दिक्कत होती है। सोने से कम से कम 30 मिनट पहले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल बंद कर दें।
सोने का गलत रूटीन
अगर आप हर दिन अलग-अलग समय पर सोते हैं, तो इससे शरीर का बायोलॉजिकल क्लॉक बिगड़ सकता है, जिससे स्लीप क्वॉलिटी पर बुरा असर पड़ता है। कोशिश करें कि आप रोज एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें।
अनकंफर्टेबल स्लीपिंग
अगर आपका बिस्तर या तकिया अनकंफर्टेबल है, तो इससे आपकी नींद पर बुरा असर पड़ सकता है। साथ ही गलत स्लीपिंग पोश्चर से गर्दन और पीठ में दर्द हो सकता है। सुनिश्चित करें कि आपका बिस्तर और तकिया आरामदायक हो और आपकी सोने की पोजीशन सही हो।