क्यों दिन भर थकान के बाद भी रात में नहीं आती नींद?
आजकल कई लोग रात को देर तक नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्हें दिन भर थकान महसूस होती है, जैसे बिस्तर मिलते ही सो जाएंगे, लेकिन असल में जब सोने जाते हैं, तो देर तक नींद नहीं आती।

आजकल कई लोग रात को देर तक नींद न आने की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्हें दिन भर थकान महसूस होती है, जैसे बिस्तर मिलते ही सो जाएंगे, लेकिन असल में जब सोने जाते हैं, तो देर तक नींद नहीं आती। आइए, समझते हैं कि आखिर थकान के बाद भी न सो पाने के क्या कारण हैं?
मोबाइल का इस्तेमाल
आज के समय में मोबाइल लोगों की आदत बन गया है। लोग दिनभर काम करके थकने के बाद भी रात को बिस्तर पर लेट कर मोबाइल चलाते रहते हैं।यह एक बुरी आदत है, जो आपकी नींद को प्रभावित कर सकती है।फोन की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी नींद को नियंत्रित करने वाले हार्मोन मेलाटोनिन के उत्पादन में बाधा डालती है, जिसके कारण आपको सोने में कठिनाई हो सकती है।
तनाव
हमारे मानसिक स्वास्थ्य का हमारी नींद पर सीधा प्रभाव पड़ता है। जिन लोगों को किसी बात की चिंता सता रही होती है या वे नकारात्मक ख्यालों में खोए होते हैं, उन्हें रात को नींद नहीं आती।तनाव होने पर हमारा शरीर कोर्टिसोल जैसे हार्मोन जारी करता है, जो आपको सतर्क रखते हैं और आपकी नींद को प्रभावित करते हैं।इसके अलावा, अवसाद के कारण रात में दिमाग अधिक सक्रिय हो जाता है, जिसके कारण नींद में बाधा आ सकती है।
दोपहर में सोना
कई लोगों को दिन के समय सोने की आदत होती है। यह आदत भी रात को नींद न आने का कारण हो सकती है।नेचर एंड साइंस ऑफ स्लीप में प्रकाशित शोध के अनुसार, दोपहर की झपकी आपकी सोने की इच्छा को कम करके रात की नींद को बाधित करती है।दिन में सोने के कारण आपका शरीर थकने के बाद भी सोने के लिए तैयार नहीं होगा।
चाय-कॉफी का सेवन
कैफीन के अधिक सेवन के कारण हमारी रात की नींद उड़ सकती है। कैफीन नींद को बढ़ावा देने वाले एडेनोसिन रसायन के उत्पादन को रोकता है, जिससे आपकी नींद प्रभावित हो सकती है।