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बच्चों के दांत निकलने के हैं ये लक्षण, न समझें बीमार

5-6 महीने में बच्चों दांत का निकलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। इसे टीथिंग कहते हैं। टीथिंग के दौरान बच्चे को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है।

बच्चों के दांत निकलने के हैं ये लक्षण, न समझें बीमार
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निशा श्रीवास्तव
निशा श्रीवास्तव

Updated on: 8 Sept 2024 6:25 PM IST

5-6 महीने में बच्चों दांत का निकलने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। इसे टीथिंग कहते हैं। टीथिंग के दौरान बच्चे को कई परेशानियों से गुजरना पड़ता है। टीथिंग की तकलीफ के कारण यह दौर उनके माता-पिता के लिए भी मुश्किल हो सकता है। आज आपको उन लक्षणों के बारे में बताते हैं, जो बच्चों को टीथिंग के दौरान होते हैं। अगर आपके बच्चे को भी इनमें से कुछ है, तो घबराने की बात नहीं है। बस आपको कुछ चीजें जाननी और समझनी हैं जिससे आप हर चीज को अच्छे से समझ पाएंगे और बच्चे की मदद कर पाएंगे।

यदि आप एक नए माता-पिता हैं या अपने बच्चे के दांत निकलने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं, तो आपको इसके सामान्य लक्षणों के बारे में जानना बेहद जरूरी है।

मसूड़ों में तकलीफ

बच्चों के दांत निकलते समय उनके मसूड़े अक्सर सूज जाते हैं और लाल हो सकते हैं। यह सूजन और लालिमा दांतों के विकास के संकेत होते हैं और मसूड़ों में तकलीफ का कारण बन सकते हैं।

दांत निकलने के समय बच्चों में चिड़चिड़ापन और रोने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है। दांतों के विकास से होने वाली दिक्कत और दर्द के कारण बच्चे सामान्य से ज्यादा चिड़चिड़े हो सकते हैं।

दांत निकलने के दौरान बच्चों के मुंह से बहुत ज्यादा लार आता है। यह सामान्य है। इससे आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है।

दांत निकलने की प्रक्रिया के दौरान बच्चे अपने खानपान में बदलाव कर सकते हैं। वे अधिकांश तरल या नरम खाद्य पदार्थों को पसंद कर सकते हैं।

दांत निकलने के दौरान बच्चे की नींद प्रभावित होती है। वे रात को ज्यादा जाग सकते हैं या नींद में तकलीफ महसूस कर सकते हैं।

दांत निकलने के दौरान बच्चे खेल-खिलौनों को चबाते हैं। यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जिससे वे अपने मसूड़ों पर दबाव कम कर सकते हैं और उन्हें राहत मिलती है। यदि वे ऐसा कर रहे हैं, तो उन्हें रोकें न, बल्कि उन्हे अच्छे टीथर ला कर दे दें।

कई बच्चों को दांत निकलने के दौरान दस्त और हल्का बुखार भी होता है। हालांकि यदि यह समस्या ज्यादा दिनों तक हो, तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए है।

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