प्रेग्नेंट महिलाओं को भूलकर भी नहीं खानी चाहिए ये 5 चीजें
Pregnant women should never eat these things: गर्भावस्था में सही खानपान से न सिर्फ गर्भस्थ शिशु का विकास सही तरीके से होता है, बल्कि मां का स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है. हमेशा संतुलित आहार लें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही भोजन करें. अपनी और अपने शिशु की सुरक्षा के लिए इन 5 चीजों को अपनी डाइट से बाहर रखें.

Pregnant women should never eat these things: गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे का स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस समय खानपान पर विशेष ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि गलत आहार का असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ सकता है. कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं, जिन्हें गर्भवती महिलाओं को पूरी तरह से बचना चाहिए. आइए जानते हैं वे पांच चीजें जो प्रेग्नेंसी के दौरान भूलकर भी नहीं खानी चाहिए.
प्रेग्नेंट महिलाओं को नहीं खानी चाहिए ये ५ चीजें
1. कच्चे या अधपके अंडे
कच्चे या अधपके अंडे में सैल्मोनेला नामक बैक्टीरिया होने का खतरा होता है, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकता है. यह मां और गर्भस्थ शिशु दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है. अंडे को अच्छी तरह पकाकर ही सेवन करें, ताकि बैक्टीरिया नष्ट हो जाएं.
2. कच्चा मांस और सीफूड
कच्चे मांस और सीफूड में बैक्टीरिया और परजीवी होने का जोखिम होता है, जो संक्रमण का कारण बन सकते हैं. इससे गर्भपात, समय से पहले प्रसव और शिशु के विकास में बाधा आने की संभावना बढ़ जाती है. मांस और मछली को हमेशा पूरी तरह पकाकर ही खाएं.
3. अधिक मात्रा में कैफीन
कैफीन युक्त पेय पदार्थ जैसे चाय, कॉफी, और एनर्जी ड्रिंक्स का अत्यधिक सेवन गर्भावस्था में नुकसानदायक हो सकता है. ज्यादा कैफीन लेने से शिशु के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है. दिनभर में 200 मिलीग्राम से अधिक कैफीन का सेवन करने से बचें.
4. अधिक मसालेदार और तला-भुना खाना
तला-भुना और अधिक मसालेदार भोजन पाचन तंत्र पर बुरा असर डाल सकता है. यह एसिडिटी, गैस, और जलन की समस्या पैदा कर सकता है. प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसा खाना न सिर्फ मां के लिए असहज हो सकता है, बल्कि शिशु के पोषण पर भी प्रभाव डाल सकता है.
5. एल्कोहल और स्मोकिंग
एल्कोहल का सेवन गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क और अंगों के विकास में बाधा डालता है. इससे फिटल अल्कोहल सिंड्रोम (Fetal Alcohol Syndrome) जैसी गंभीर स्थिति हो सकती है. इसी तरह, धूम्रपान से गर्भपात, समय से पहले प्रसव और शिशु के जन्म के समय कम वजन होने का खतरा बढ़ जाता है.
सावधानी क्यों है जरूरी?
गर्भावस्था एक ऐसा समय है, जब मां के द्वारा खाई जाने वाली हर चीज का सीधा असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ता है. इसलिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आहार पोषण से भरपूर और सुरक्षित हो. ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थों से बचकर आप अपनी और अपने शिशु की सेहत को बेहतर बना सकती हैं.